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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
दिल्ली ने रविवार की सुबह एक जहरीली दिवाली के साथ शुरू की, जब शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) पटाखों की रात के बाद “गंभीर” श्रेणी में पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आनंद विहार स्टेशन पर सुबह 8 बजे AQI 414 रिकॉर्ड किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक स्तर दर्शाता है। दिवाली की रात से ही हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ना शुरू हो गया था, लेकिन लोगों द्वारा पटाखे फोड़ने के बाद स्थिति और गंभीर हो गई। इसके बावजूद, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड एक्शन रिस्पांस प्लान (GRAP II) लागू किया था, जिससे “बहुत खराब” स्तर वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने की कोशिश की गई। राजधानी के 38 मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 24 ने दिवाली की रात “बहुत खराब” वायु गुणवत्ता दर्ज की थी, लेकिन सुबह तक AQI और भी बढ़ गया।
क्षेत्रवार वायु गुणवत्ता
दिल्ली के विभिन्न इलाकों में वायु गुणवत्ता अलग-अलग दर्ज की गई। आनंद विहार सबसे खतरनाक स्थिति में रहा, जहां AQI 414 “गंभीर” श्रेणी में दर्ज किया गया। वहीं, वज़ीरपुर का AQI 407 और पंजाबी बाग 383 “बहुत खराब” स्थिति में था। अन्य प्रमुख क्षेत्रों में अशोक विहार 389, नेहरू नगर 388, रोहिणी 368 और आर.के. पुरम 375 दर्ज किया गया। कुछ इलाकों जैसे कि DTU और श्री अरविंदो मार्ग में स्थिति “मध्यम” रही, लेकिन शहर के अधिकांश हिस्सों में हवा सांस लेने योग्य नहीं रही। यह स्थिति दिवाली के त्योहार के दौरान पटाखों के अत्यधिक उपयोग और मौसमी बदलाव का परिणाम है।
GRAP II लागू, उपायों की आवश्यकता
ग्रेडेड एक्शन रिस्पांस प्लान (GRAP) के तहत दिल्ली में चार स्तरों में वायु गुणवत्ता का विभाजन किया गया है। Stage I (Poor) AQI 201-300, Stage II (Very Poor) 301-400, Stage III (Severe) 401-450 और Stage IV (Severe Plus) 450 से ऊपर। CAQM ने बताया कि शनिवार को GRAP की उप-समिति ने बढ़ते प्रदूषण स्तरों की समीक्षा की और मौसम विभाग और IITM द्वारा की गई भविष्यवाणियों को ध्यान में रखते हुए Stage II के सभी उपाय तुरंत लागू करने के निर्देश दिए। Stage I पहले ही 14 अक्टूबर से लागू था।
दिवाली की खुशियों के बीच स्वास्थ्य चेतावनी
पटाखों की रौशनी और मिठाइयों की खुशबू के बीच दिल्लीवासियों को अब स्वास्थ्य संबंधी चेतावनी दी जा रही है। चिकित्सकों ने घरों के अंदर रहने, मास्क पहनने और शारीरिक गतिविधियों को कम करने की सलाह दी है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस संबंधी रोगों से पीड़ित लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इस दिवाली, रोशनी और उत्साह के बीच राजधानी की हवा ने चेतावनी दे दी कि पर्यावरण और स्वास्थ्य की सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी त्योहार की खुशियां।