लाड़ली बहनों की कतार में करोड़पति महिलाएं भी शामिल

    04-Sep-2024
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Ladali bahan yojana
 (Image Source : Internet/ Representative)
नागपुर।
एक राशन कार्ड के राज्य की कई करोड़पति घर की महिलाओं को भी सरकार की 'लाड़ली बहन' योजना (Ladali bahan yojana) के कतार में खड़ा कर दिया है। जिनके पति लाखों-करोड़ों का व्यवसाय करते हैं, जिनके बेटे धंधे में हैं, पति को हजारों रुपये किराया मिलता है, घर में एसी लगे हैं, कार है, बंगला है, ऐसी बहनें भी सरकार की लाड़ली बन चुकी हैं। जिन बहनों के पास राशन कार्ड नहीं होने से वे इस योजना का लाभ अब तक नहीं उठा पाई हैं, उनमें नाराजगी है, जलन भी है। राज्यभर से मिल रहीं खबरों के अनुसार मुख्यमंत्री लाड़ली बहन योजना को जल्द से जल्द लागू करने के चक्कर में अधिकारी आवेदन करने वाली बहनों की कोई जांच ही नहीं कर रहे हैं। इस योजना को जल्द से जल्द लागू कर बहनों के खाते में राखी के पहले 3000 रुपये जमा करने का दबाव अधिकारियों, बैंकों पर था जिसके कारण कई लखपति, करोड़पति बहनें भी 'लाड़ली' बन चुकी हैं।
 
अब भविष्य में जब इन बहनों की आर्थिक स्थिति की जांच होगी तो क्या उनके खाते में डाली गई राशि वापस ली जाएगी? यह सवाल सभी के जेहन में है। एक महिला ने बताया कि वह वास्तव में बेहद गरीब है लेकिन कागजातों की आपूर्ति नहीं करने के कारण वह आवेदन नहीं कर सकी। उसके पड़ोस में करोड़पति घर की महिला के खाते में पैसे आ गए हैं। वह उसी महिला के यहां काम करने जाती है जिसके बदले में उसे प्रतिमाह महज 800 रुपये मिलते हैं। हजारों बहनें केवल राशन कार्ड नहीं होने से इस योजना की लाभार्थी बनने से चूक गई। यह वास्तविकता है कि राज्य में कई करोड़पति लोगों ने राशन कार्ड अपने नाम वर्षों पहले से निकाल लिए हैं और सरकार की ओर से मिलने वाला मुफ्त या नाममात्र दर से मिलने वाला अनाज के बाकायदा उठाते हैं।
 
बाद में इस अनाज को किराना दुकानदार के पास बेच देते हैं। उनके बच्चे राशन का चावल कदापि नहीं खा सकते, इसलिए प्रतिमाह वे यह चावल खुले बाजार में बेच देते हैं या फिर अनाज खरीदने घर तक पहुंचने वाले गिरोह को बेच देते हैं। उन्हें इस कार्य में जरा भी शर्म नहीं आती। लाड़ली बहन बनने में भी उन्हें कोई शर्म नहीं आई जबकि कई स्वाभिमानी बहनें ऐसी भी हैं जिन्होंने अपनी अच्छी आर्थिक स्थिति के चलते लाड़ली बहन योजना का लाभ उठाने आवेदन नहीं दाखिल किया। सरकार को चाहिए कि जनता के पैसों की बर्बादी रोकने के लिए वह राज्यभर में राशन कार्ड जांच मुहिम चलाए। उसके बाद लाड़ली बहन योजना के लाभार्थियों की जांच करे।