'मेक इन इंडिया' का एक दशक पूर्ण : मैन्युफैक्चरिंग जॉब्स में 200% की हुई वृद्धि

    25-Sep-2024
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piyush goyal
(Image Source : x/@PiyushGoyal)

नई दिल्ली :
'मेक इन इंडिया' पहल ने अपने 10 साल पूरे कर लिए हैं। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस मौके पर बताया कि इस पहल के शुरू होने के बाद मोबाइल फोन के आयात में लगभग 85 प्रतिशत की कमी आई है।

2014-15 में देश का मोबाइल आयात 48,609 करोड़ रुपये था, जो 2023-24 में घटकर 7,665 करोड़ रुपये रह गया है। मंत्री ने यह भी कहा कि 2022 से 2024 के बीच देश में विनिर्माण नौकरियों में 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अब देश में 99 प्रतिशत मोबाइल फोन 'मेड इन इंडिया' हैं।

गोयल ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि 'मेक इन इंडिया' पहल ने भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यह पीएम मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसने 'ब्रांड इंडिया' को नवाचार और गुणवत्ता का प्रतीक बनाया है।

पहल के तहत कई सुधारों, जैसे उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना, का परिचय दिया गया है, जो प्रमुख क्षेत्रों में विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने में मदद कर रही है। इसके साथ ही, सरकार ने व्यापार करने में आसानी और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (Foreign Direct Investment) को आकर्षित करने के लिए कदम उठाए हैं, जिससे व्यवसायों के लिए अनुकूल माहौल तैयार हुआ है।

उन्होंने कहा कि 'मेक इन इंडिया' ने 2047 तक विकसित भारत बनने की दिशा में एक मजबूत आधारशिला रखी है, जो भविष्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास के लिए मंच तैयार करेगा।