चंद्रपुर :
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित चंद्रपुर विधानसभा सीट पर रिपब्लिकन पार्टी (आठवले गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने अपना दावा ठोक दिया है। वर्तमान में इस सीट से निर्दलीय विधायक किशोर जोरगेवार हैं, जो भाजपा में शामिल होने की तैयारी में हैं। महायुती में शामिल रिपब्लिकन पार्टी ने चंद्रपुर सीट की मांग कर चंद्रपुर के राजनीतिक हलकों में चर्चा को तेज कर दिया है।
इससे पहले चंद्रपुर विधानसभा सीट से भाजपा के नाना शामकुले दो बार विधायक रहे थे। उनके बाद, किशोर जोरगेवार ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता था। अब जोरगेवार के भाजपा में शामिल होने की खबरें हैं। ऐसे समय में रामदास आठवले द्वारा चंद्रपुर सीट पर दावा करने से भाजपा की अंदरूनी राजनीति में हलचल मच गई है।
रिपब्लिकन पार्टी (आठवले गुट) की इस मांग से भाजपा और रिपब्लिकन पार्टी के बीच सीट बंटवारे को लेकर तनाव बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। आठवले ने अपनी पार्टी के लिए चंद्रपुर सीट की मांग करते हुए कहा है कि महायुती गठबंधन में उनकी पार्टी को भी प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। उनका यह बयान चंद्रपुर में राजनीतिक समीकरण बदलने का संकेत दे रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर भाजपा चंद्रपुर सीट पर अपनी पकड़ बनाए रखती है, तो महायुती के भीतर तनाव और बढ़ सकता है। वहीं, रामदास आठवले के इस दावे से चंद्रपुर में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए संभावनाओं के नए समीकरण उभरने की उम्मीद है।
रामदास आठवले का बयान
रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष रामदास आठवले ने कहा, "चंद्रपुर सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और हमारी पार्टी का यहां पर हक है। महायुती में हमारी पार्टी को भी उचित स्थान मिलना चाहिए। हम चाहते हैं कि चंद्रपुर सीट से हमारा उम्मीदवार चुनाव लड़े।" उनके इस बयान ने भाजपा के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर दी है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में राजनीतिक हलचल क्या मोड़ लेती है।