(Image Source : Internet/ Representative)
नागपुर।
लाड़ली बहन योजना (Ladli Bahin Yojana) के खिलाफ नागपुर हाई कोर्ट में याचिका दायर करने वाले अनिल वडपल्लीवार पूर्व सांसद विलास मुत्तेमवार, नाना पटोले और २०२४ नागपुर लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार विकास ठाकरे के चुनाव प्रमुख थे। ऐसी ही एक याचिका पर जब बॉम्बे हाई कोर्ट ने कांग्रेस को फटकार लगाई तो फिर से कांग्रेस नेताओं की चेतावनी पर वडपल्लीवार ने नागपुर हाई कोर्ट में लाड़ली बहन योजना को तुरंत रोकने के लिए याचिका दायर कर दी!
विधायक कृष्णा खोपड़े ने कहा कि एक तरफ सत्ता में आने पर एक साल में एक लाख रुपये देने का दावा करने वाली कांग्रेस ही लाड़ली बहन योजना को बंद करने के पीछे पड़ी है। महिलाओं के खाते में पैसे आते ही कांग्रेस के पेट में दर्द क्यों होने लगता है? खोपड़े ने कहा कि कांग्रेस के ४० साल के कार्यकाल में गरीबों और खासकर महिलाओं के हित के लिए एक भी योजना नहीं लाई गई, कांग्रेस ने सिर्फ सपने दिखाकर वोट लेने का काम किया है। जिन महिलाओं ने प्रथम चरण राखी से पहले और बाद में अपना आवेदन दाखिल किया है, उन महिलाओं को भुगतान ३१/०८/२०२४ को प्राप्त हुआ।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस और अजितदादा पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा में घोषणा की कि हर महिला के खाते में राखी से पहले ३००० रुपये आएंगे। कांग्रेस ने महिला सशक्तिकरण न होने देने का रुख अपनाते हुए अपनी दोहरी मानसिकता का परिचय दिया। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद भी ये बेशर्म कांग्रेसी नागपुर हाई कोर्ट पहुंचे। इसलिए उनका असली चेहरा जनता के सामने आ गया है। एक तरफ तो कांग्रेसी बधाई संदेश भेजते हैं कि बैंक खाते में पैसा आ गया है और दूसरी तरफ अपनी मानसिकता का परिचय देकर इतनी निम्न स्तर की राजनीति करते हैं।