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मुंबई : एनिमेटेड फिल्म "रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम" को 32 साल के लंबे इंतज़ार के बाद भारत में 18 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज किया जाएगा। यह फिल्म हिंदी, अंग्रेजी, तमिल और तेलुगु में दिखाई जाएगी। फिल्म के मेकर्स ने हाल ही में टीज़र और पोस्टर जारी किए हैं, जिससे दर्शकों में एक्साइटमेंट बढ़ गई है। यह फिल्म मूल रूप से 1992 में रिलीज़ हुई थी और भारतीय महाकाव्य रामायण का एक विशेष रूपांतरण है। इसे भारतीय और जापानी कलाकारों के सहयोग से बनाया गया था, जिसमें राम की कहानी, उनकी पत्नी सीता को राक्षस रावण से बचाने की साहसिक यात्रा दिखाई गई है। दशकों से इस फिल्म ने एक खास जगह बनाई है और एनीमे की अनूठी कला शैली के कारण इसे काफी सराहा गया है।
फिल्म की 4K रीमास्टरिंग प्रक्रिया में इस नए दौर के दर्शकों के लिए तैयार करते हुए, इसकी मौलिकता को बरकरार रखा गया है। इसे फिर से रिलीज करने का फैसला इसकी लगातार लोकप्रियता और रामायण के इस बेहतरीन रूपांतरण की मांग को देखते हुए किया गया है। इसे पहले रिलीज़ नहीं किया जा सका था क्योंकि उस समय विश्व हिंदू परिषद ने फिल्म पर आपत्ति जताई थी। सरकार ने भी इसे कार्टून के रूप में दिखाने में कठिनाइयों का जिक्र किया था। फिल्म में भगवान राम की कहानी एनिमेशन के जरिए दर्शाई जाएगी। इसमें राम का वनवास, सीता हरण, हनुमान का राम से मिलन और राम-रावण के बीच की लड़ाई को प्रमुखता से दिखाया गया है। फिल्म में लीड किरदारों की आवाज़ भारतीय कलाकारों ने दी है। यह फिल्म बाहुबली, बजरंगी भाईजान, और आरआरआर जैसी हिट फिल्मों के स्क्रीन राइटर विजयेंद्र प्रसाद के क्रिएटिव इनपुट से तैयार की गई है।