खुशखबरी! अकोला के शिवनी एयरपोर्ट से जल्द शुरू होगी 19 सीटर विमान सेवा

    22-Jul-2024
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Flight service to start soon from Akola Shivni Airport
 (Image Source : Internet/ Representative)
 
अकोला :
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी 'उड़ान' योजना के तहत शहर के शिवनी हवाई अड्डे से हवाई सेवा शुरू करने की कवायद शुरू हो गई है। सांसद अनुप धोत्रे ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को शिवनी से सात रूट शुरू करने का प्रस्ताव सौंपा है। उस प्रस्ताव का एयरलाइंस द्वारा परीक्षण भी किया जा रहा है। संभावना है कि मोदी सरकार में उड़ान योजना के तहत एयरलाइंस के साथ नए समझौते के बाद शिवनी से 19 सीटर विमान की सेवा शुरू होगी।
 
उड़ान योजना का उद्देश्य विमानन सेवाओं का विस्तार करना और क्षेत्रीय मार्गों पर सस्ती हवाई यात्रा प्रदान करने सहित कनेक्टिविटी क्षेत्र को बढ़ाना है। इस योजना के तहत, केंद्र सरकार एयरलाइंस को रियायतें और वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करती है। सरकार द्वारा सब्सिडी भी प्रदान की जाती है। अब उड़ान के तहत नए समझौते होने जा रहे हैं. पश्चिम विदर्भ में हवाई परिवहन के लिए मील का पत्थर साबित होने वाले शिवनी हवाई अड्डे के रनवे विस्तार का मामला भूमि अधिग्रहण के अभाव में रुका हुआ है। इसलिए सांसद अनुप धोत्रे ने शिवनी एयरपोर्ट के मौजूदा 1400 मीटर रनवे से 19 सीटर विमान सेवा शुरू करने का बीड़ा उठाया। सांसद धोत्रे ने शिवनी से हवाई सेवा शुरू करने के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल से विस्तृत चर्चा की. हवाई सेवा देने वाली कंपनियों से भी बातचीत की गयी है और खबर है कि वे सेवा देने को तैयार हैं। बताया जा रहा है कि इसके बाद एयरलाइंस कंपनियां शिवनी से शुरू होने वाले संभावित रूटों का सर्वे कर रही हैं।
 
पहले चरण में अकोला से पुणे, मुंबई, हैदराबाद, इंदौर, तिरुपति, सूरत और अहमदाबाद के लिए उड़ानें शुरू करने का प्रस्ताव केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंपा गया है। अकोला सहित पश्चिमी विदर्भ के औद्योगिक और वाणिज्यिक विकास के लिए प्रमुख शहरों से हवाई कनेक्टिविटी की आवश्यकता है। करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र श्री गजानन महाराज का धार्मिक स्थल अकोला के नजदीक है। लोनार और अन्य पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एयरलाइन सेवा सुविधाजनक होने से इसे व्यापक प्रतिक्रिया भी मिलेगी। अकोला से डाॅ. पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शोधकर्ताओं का निरंतर आगमन होता रहता है। प्रस्ताव में दावा किया गया है कि विमानन तेज स्वास्थ्य सेवा और रोजगार सृजन के लिए भी उपयोगी होगा।