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मुंबई :
आज विधानसभा में बोलते हुए बच्चू कडू ने एसटी कर्मचारियों के वेतन को लेकर राज्य सरकार की कड़ी आलोचना की. दादा भुसे के एक ड्राइवर को 25 से 30 हजार वेतन मिलता है, जबकि जनता की सेवा करने वाले एसटी ड्राइवर को केवल 12 हजार वेतन मिलता है। क्या सरकार को इस पर शर्म नहीं आती? इस बीच, मंत्री दादा भुसे ने भी बच्चू कडू के आरोप का जवाब दिया.
बच्चू कडु ने क्या कहा?
कडु ने कहा कि दादा भूसे को सच बताना चाहिए कि एसटी के ड्राइवर को आपके ड्राइवर जितनी सैलरी क्यों नहीं मिलती. दादा भुसे की कार का ड्राइवर एसी कार में घूमता है. हालांकि, एसटी चालक पूरी धूप में एसटी को चलाता है। जनता की सेवा करता है. लेकिन उनकी सैलरी दादा भूसे के ड्राइवर से भी कम है. बच्चू कडू ने कटु स्वर में कहा कि यह सरकार उनके साथ अन्याय कर रही है.
कानून के मुताबिक, कम से कम 14 हजार वेतन देना अनिवार्य है. हालांकि, अगर सरकार कानून तोड़ रही है, तो हमें सजा देना चाहिए? इस पर दादा भुसे नाराज क्यों नहीं हैं? दादा भूसे को इस बारे में सच या झूठ बताना चाहिए. सरकार को इस पर थोड़ी शर्म आनी चाहिए, उनके एक ड्राइवर को 25 से 30 हजार वेतन मिलता है, जबकि जो लोगों की सेवा करता है, उसे केवल 12 हजार रुपये वेतन दिया जाता है. शर्म नहीं आती सरकार इसका जवाब क्यों नहीं दे रही है.
बच्चू कडु को दादा भुसे का उत्तर
इस बीच, मंत्री दादा भुसे ने भी बच्चू कडू की आलोचना का जवाब दिया. उन्होंने कहा की, "मैं बच्चू कडू का सम्मान करता हूं. उन्होंने कहा, 'मैं भी उन्हें उनके तरीके से जवाब दे सकता हूं.'' उन्होंने बताया कि वर्तमान में एसटी के ड्राइवर व कैरियर को औसतन 38 हजार वेतन दिया जाता है. आगे बोलते हुए उन्होंने महाविकास अघाड़ी की भी आलोचना करते हुए कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल को देखें तो जिनको शर्म आनी चाहिए, लेकिन उन्हें शर्म नहीं आती.'