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मुंबई :
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने एक नई योजना ‘लाडला भाई योजना’ की घोषणा की है, जिसके तहत पुरुष छात्रों को उनकी शिक्षा के स्तर के आधार पर अधिकतम 10,000 रुपये तक का वजीफा मिलेगा। इस योजना को महाराष्ट्र सरकार की ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना’ के अनुवर्ती के रूप में देखा जा सकता है, जिसे राज्य में बहुत बड़ी सफलता माना जाता है। यह घोषणा राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि राज्य में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
‘लाडला भाई योजना’ वजीफा
कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वजीफा राशि लाभार्थियों की योग्यता के आधार पर अलग-अलग होगी। इस स्कीम के तहत 12वीं पास करने वाले छात्रों को हर महीने 6 हजार रुपये दिए जाएंगे। महाराष्ट्र सरकार ने इस योजना के तहत डिप्लोमा कर रहे छात्रों को हर महीने 8 हजार और ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने वालों को हर महीने 10 हजार रुपये देने का फैसला किया है।
‘लाडला भाई योजना’ का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य लगभग 10 लाख युवाओं को लाभ पहुंचाना है। कई रिपोर्टों के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार इस योजना के लिए कुल ₹10,000 करोड़ खर्च करने की उम्मीद कर रही है। लाडला भाई योजना के तहत महाराष्ट्र के युवा एक साल की अप्रेंटिसशिप में भाग लेंगे, जिसमें उन्हें काम का अनुभव मिलेगा, जिससे उन्हें भविष्य में नौकरी पाने में मदद मिलेगी।
सीएम शिंदे ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य राज्य में कुशल कार्यबल तैयार करना है। शिंदे ने कहा, "यह योजना न केवल राज्य के उद्योगों को बल्कि पूरे देश में कुशल युवाओं को उपलब्ध कराएगी। सरकार युवाओं को उनकी नौकरी में कुशल बनने में मदद करने के लिए उनकी अप्रेंटिसशिप के दौरान भुगतान करेगी।"
'मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना' क्या है?
महाराष्ट्र सरकार की मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इस योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की आयु की महिलाओं को 1,500 रुपये का मासिक भुगतान मिलेगा। राज्य सरकार ने इस योजना के लिए 46,000 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट आवंटित किया है।