एमएलसी चुनाव से पहले फडणवीस को मिली बड़ी जिम्मेदारी

    10-Jul-2024
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Fadnavis
 (Image Source : Internet)
 - वर्ष 2022 में चलाया था 'जादुई पैटर्न'
 
 नागपुर।
महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव के लिए 11 सीटों के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में हैं क्योंकि आखिरी दिन किसी ने नामांकन फॉर्म वापस नहीं लिया। विधान परिषद के लिए विधानसभा में वोटिंग 12 जुलाई को होगी। गुप्त मतदान के कारण बड़े पैमाने पर आर्थिक खरीद- फरोख्त की आशंका है। इस बीच, महायुति की ओर से एक अहम जानकारी सामने आई है।
 
मिली जानकारी के मुताबिक विधान परिषद चुनाव के लिए उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को महागठबंधन की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। देवेन्द्र फडणवीस महायुति के विधायकों को प्रथम और द्वितीय वरीयता के वोट कैसे देने हैं, इस बारे में मार्गदर्शन देंगे। यह भी सामने आया है कि वे अपना उम्मीदवार लाने के बजाय महायुति के उम्मीदवार को चुनने के लिए वोटिंग पैटर्न तय करेंगे।
 
 
2022 के राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में देवेन्द्र फडणवीस ने जादू कर दिखाया था। अब उसी जादुई पैटर्न को फिर से चलाने की मुख्य जिम्मेदारी देवेन्द्र फडणवीस को दी गई है। अगले कुछ दिनों में यह साफ हो जाएगा कि क्या 2024 में भी देवेंद्र फडणवीस का जादू चलेगा या नहीं। सत्तारूढ़ महायुती ने विधान परिषद चुनाव के लिए नौ उम्मीदवार उतारे हैं जबकि विपक्षी महाविकास अघाड़ी के तीन उम्मीदवार मैदान में हैं। बीजेपी ने सबसे ज्यादा पांच उम्मीदवार उतारे हैं। अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने दो-दो उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। कांग्रेस और शिवसेना ठाकरे समूह ने एक-एक उम्मीदवार उतारा है। शरद पवार समूह ने भारतीय किसान और लेबर पार्टी के उम्मीदवार जयंत पाटिल का समर्थन किया है।
 
बता दें, महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव को लेकर 12 जुलाई को चुनाव होना है और इसके नतीजे भी इसी दिन घोषित किए जाएंगे। विधानसभा चुनाव से पहले ये चुनाव अहम माना जा रहा है।