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नागपुरः
शहर में चिकनगुनिया का खतरा बढ़ गया है. पिछले 35 दिनों में इस बीमारी के 37 मरीज मिले हैं. प्रतिदिन एक मरीज के सामने आने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है.
जून के पहले 18 दिनों में चिकनगुनिया के 44 संदिग्ध मरीज सामने आए. 14 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. धरमपेठ जोन के सुरेंद्रगढ़, के.टी नगर, गिट्टीखदान व मंगलवारी जोन में भूपेश नगर, बर्डे ले-आउट, बोरगांव आदि इलाकों में इसके मरीज थे. अब 1 जून से 5 जुलाई तक 35 दिनों में 37 मरीज सामने आ चुके हैं.
एडीज एजिप्टी और एल्बोपिक्टस प्रजाति के मच्छर चिकनगुनिया वायरस के मुख्य वाहक हैं. दिन में काटने वाले मच्छर इस बीमारी का कारण बनते हैं. मच्छरों के संक्रमण को रोकने के लिए कीटनाशकों का छिड़काव, जन जागरूकता सहित अन्य निवारक उपाय किए गए हैं लेकिन यह हकीकत है कि शहर के फैलाव के कारण उपाययोजना कम पड़ती नजर आ रही है. इस समय घरों में कूलर चल रहे हैं. मच्छर का लार्वा मिलते ही कूलर का पानी बदल देना चाहिए. एसी के आउटलेट में पानी जमा न होने देने की भी अपील की जा रही है.
प्राथमिक लक्षणों में अचानक तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द और त्वचा पर दाने होना हैं. बुखार 104 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच सकता है. कुछ रोगियों को पेट दर्द और उल्टी के साथ-साथ फ्लू जैसे लक्षण भी अनुभव होते हैं. इसमें कुछ दिनों के बुखार के बाद जोड़ों में तेज दर्द होना है.