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नागपुर।
भारत सरकार पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत विमुक्त जाति, घुमंतू जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए महाडीबीटी वेबसाइट पर ऑनलाइन छात्रवृत्ति आवेदन भरने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू होने के बावजूद, नागपुर जिले के 3 हजार 155 छात्रों ने अभी तक अपने छात्रवृत्ति आवेदन जमा नहीं किए हैं, जबकि 7 हजार 287 छात्रों के आवेदन कॉलेजों द्वारा लंबित रखे गए हैं।
दिलचस्प बात यह है कि, अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के बार-बार सुझाव के बावजूद समाज कल्याण विभाग और अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने इस ओर से आंखें मूंद ली हैं। जिन कॉलेजों में बड़ी संख्या में आवेदन लंबित हैं, यदि वे जल्द से जल्द अपने आवेदन जमा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा कार्रवाई की जाएगी। भारत सरकार पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा संयुक्त रूप से मुक्त जातियों, खानाबदोश जनजातियों, अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणियों के छात्रों के लिए प्रदान की जाती है।
उक्त महाडीबीटी वेबसाइट पर वर्ष 2023-24 सत्र के लिए नए छात्रवृत्ति आवेदन भरने के लिए विमुक्त जाति, घुमंतू जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणियों के लिए समय सीमा 30 जून 2024 तक बढ़ा दी गई है। वर्ष 2023-24 में वंचित जातियों, घुमंतू जनजातियों, अन्य पिछड़ा वर्ग की सभी श्रेणियों के लिए 21 जून 2024 तक 85195 आवेदन ऑनलाइन पंजीकृत किए गए हैं। इनमें से 71,198 आवेदन अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण कार्यालय, नागपुर द्वारा स्वीकृत किए गए हैं। जबकि कॉलेज में ही 7287 आवेदन लंबित हैं। अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, नागपुर कार्यालय फ़िलहाल कार्रवाई नहीं कर रहा है।
अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण कार्यालय के सहायक संचालक राजेंद्र बुजाड़े ने महाविद्यालय में प्रवेश ले चुके और छात्रवृत्ति का लाभ लेने के इच्छुक विद्यार्थियों से तत्काल अपना आवेदन ऑनलाइन जमा करने की अपील की है।