(Image Source : Internet/ Representative)
नागपुर।
दिन दहाड़े चोरी करने के लिए दो चोर एक निर्जन घर में दाखिल हुए। उन्होंने घर में चोरी की और भागने ही वाले थे कि पड़ोसियों ने चोरों को देख लिया। तो वे चिल्लाए। दोनों चोरों ने पहली मंजिल से कूदकर भागने की कोशिश की। हालांकि बस्ती के नागरिकों ने उन्हें पकड़ लिया। हुडकेश्वर पुलिस को सूचना देने पर करीब दो घंटे बाद पुलिस पहुंची। ऐसे में नागपुर पुलिस का रिकॉर्ड रिस्पांस टाइम का दावा पूरी तरह फेल हो गया है। हुडकेश्वर पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम विशाल गायकवाड (24) कैकाडी नगर निवासी, विक्की उर्फ साइमन रामटेके (24) रामटेके नगर निवासी हैं।
ये दोनों अपने साथी शुभम के साथ फरार थे। दोनों शातिर चोर हैं जो हाल ही में जेल से भागे हैं। दोनों शराब और नशीली दवाओं के आदी हैं। एक आरोपी ने कबूल किया है कि वह अपनी लत पूरी करने के लिए दिन भर चोरी करता है। ये चोर हुडकेश्वर क्षेत्र में निर्जन घरों का विश्लेषण कर रहे थे। मेहराबाबानगर निवासी अभियोजक नीलेश तांदुलकर (40) अपने परिवार के साथ समारोह में गए थे। इसी मौके का फायदा उठाकर चोर घर में घुस गए। कुल 1 लाख 43 हजार रुपए के सोने-चांदी के आभूषण और मोबाइल फोन चोरी हो गए। इसी बीच पड़ोसियों को शक हुआ कि तांदुलकर के घर में कोई घुसा है। पड़ोसी इकट्ठे हो गए।
लोगों के डर से भागे चोर, इमारत से गिरने से हुए घायल
ऊपरी मंजिल से कूदने के कारण विशाल और विक्की दोनों घायल हो गए। उन्हें नागरिकों ने पकड़ लिया। हुडकेश्वर पुलिस को फोन करके सूचना दी गई। लेकिन हुडकेश्वर पुलिस को घटनास्थल पर पहुंचने में करीब दो घंटे लग गए। आरोप है कि जब एक जागरूक नागरिक ने इस बारे में पूछा तो पुलिस अधिकारी हितेश कडू ने नागरिक की पिटाई कर दी। इस संबंध में उन्होंने रविवार को हुडकेश्वर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की। चोर पकड़े जाने की सूचना मिलते ही थाने से दो बीट मार्शल भेजे गए। हालांकि, बाइक सड़क पर खराब हो गई। इसलिए उन्होंने तब तक इंतजार किया जब तक कोई दूसरा वाहन उपलब्ध न हो गया हो। थानेदार कैलास देशमाने ने प्रतिक्रिया दी कि घटनास्थल तक पहुंचना मुश्किल था।