शिवशाही की तुलना में लालपरी ही बेहतर

29 May 2024 18:13:31
* पर्दे हुए गंदे, सीसीटीवी चार्जर भी बंद
 
Lalpari is better than Shivshahi
 (Image Source : Internet)
 
नागपुर:
एसटी महामंडल की बस से अनेक लोगों को लगाव होता है. उन्हें यह बसें अपनी सी लगती हैं. खासतौर पर एसटी की लालपरी पर ग्रामीणी लोग अपने अधिकार वाली मानते हैं. कहीं भी जाना हो तो पूछते हैं, एसटी कब आएगी. नागपुर शहर से राज्य के कोने-कोने तक बसें चलती है. बस में कई तरह की छूट भी उपलब्ध है. इसलिए वरिष्ठ नागरिक एसटी की बसें पसंद करते हैं. यदि नागरिक लंबी दूरी की यात्रा करना चाहते हैं तो वे शिवशाही की यात्रा करने के इच्छुक होते हैं, क्योंकि गर्मी का दिन है. इसलिए हर यात्री यही उम्मीद करता है कि यात्रा के दौरान वातावरण ठंडा रहे. हालांकि शिवशाही बसों की हालत खराब हो चुकी है. इसलिए यात्रियों का कहना हैं कि शिवशाही से लालपरी ही बेहतर है.
 
पर्दे हुए गंदे
 
शिवशाही नाम से ही रुबाबदार लगती है. बस का रंगरोगन और बाहरी स्वरुप देखते ही आकर्षक लगता है. लेकिन इसके भीतर जाने के बाद अलग ही अनुभव होता है. शिवशाही के पर्दे तक गंदे हो चुके हैं, देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि मानो कई दिनों से इसकी सफाई तक नहीं की गई है. गंदे हो चुके पर्दों में से बदबू भी आ रही होती है.
  
सीसीटीवी, चार्जर भी बंद पड़े
 
बस में महामंडल की ओर से सीसीटीवी और यात्रियों के लिए मोबाइल चार्जर की सुविधा मुहैया कराई गई है. लेकिन अधिकांश बसों में सीसीटीवी और चार्जर बंद पड़ गए हैं. इससे यात्रियों में नाराजगी भी देखने को मिली.
 
क्या कहते हैं यात्री
 
कुछ यात्रियों ने कहा कि एसटी की हालत को अच्छा बनाए रखने की जिम्मेदारी महामंडल की है. लेकिन यह भी सही बात है कि यात्रियों को जगह-जगह खर्रा, पान खाकर थूकने से भी बचना चाहिए.
 
अधिकारी क्या कहते हैं
 
एसटी महामंडल के एक अधिकारी ने कहा कि प्रत्येक बस को अच्छी स्थिति में रखने के लिए विभाग पूर्णतः प्रयासरत है. सड़क पर निकलने से पहले डिपो में बस की सफाई की जाती है. साथ ही इसकी जांच भी की जाती है. बस अच्छी स्थिति में रहे, इसलिए यात्रियों को भी सहयोग देना जरूरी है.
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