(Image Source : Internet/ Representative)
नागपुर:
नौतपा के दौरान मई के अंतिम सप्ताह में सूर्य की तीक्ष्ण किरणों ने तेवर दिखाना शुरु कर दिया है. सोमवार को नागपुर में दिन का तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा, जो कि इस मौसम का सबसे गर्म दिन रहा. इतना ही नहीं, पिछले एक दशक की गर्मी का रिकॉर्ड भी टूट गया. इसके पहले 19 मई 2017 को नागपुर में पारा 45.5 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा था. जबकि मई महीने का अब तक के सबसे गर्म दिन का रिकॉर्ड 23 मई 2013 को दर्ज किया गया था, तब तापमान 47.9 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा था.
मौसम विभाग के अनुसार नागपुर सहित विदर्भ के जिलों में वातावरण शुष्क बना हुआ है. गर्म हवाओं के थपेड़ों से पारा चढ़ता जा रहा है. राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार के बाद अब मध्य प्रदेश, विदर्भ में अब झुलसाने वाली गर्मी तांडव मचाने के मूड में दिखाई दे रहा है. वहीं दूसरी तरफ मानसूनी बादल धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं. निर्धारित समय से पहले ही दक्षिण के राज्य में मानसून के आने का अनुमान भी लगाया जा रहा है, हालांकि यह देखने लायक होगा कि चक्रवाती तूफान 'रेमल' का किस हद तक मानसून की गति पर असर डालता है.
वर्ष 2014 से लेकर 2023 के बीच मई महीने में दर्ज सबसे गर्म दिन की बात करे तो पाएंगे कि पांच बार पारा 45 या उससे अधिक दर्ज किया गया था. आज नागपुर में दिन का तापमान 3.2 डिग्री चढ़कर 45.6 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा. इसके साथ ही एक दशक का सबसे गर्म दिन भी साबित हुआ. इसके पहले 2017 में पारा 45.5 डिग्री दर्ज किया गया था. इसके अलावा 22 मई 2016 को 45 डिग्री, 30 मई 2018 को 45.2 डिग्री, 28 मई 2019 को 45.3 डिग्री, 30 मई 2022 को 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. खास बात यह है कि गत वर्ष 20 मई को पारा 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो कि इस दशक का दिन का सबसे कम तापमान था.
आर्द्रता 15% पर पहुंची
नागपुर में सोमवार को सुबह जहां आर्द्रता 43 फीसदी दर्ज की गई. वहीं शाम को यह घटकर 15 फीसदी पर जा पहुंची. इसी वजह से रात तक वातावरण में गर्मी का एहसास होता रहा. इस बार विदर्भ में पहली बार पारा 47 के स्तर को पार किया. ब्रह्मपुरी 47.1 डिग्री के साथ सबसे गर्म रहा. अमरावती और वर्धा भी 45 डिग्री पर रहा. पूरा विदर्भ तप रहा है