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नागपुर :
नई तकनीक के साथ बचत होने का दावा करते हुए महावितरण ने नागपुर प्रमंडल के तहत नागपुर और वर्धा जिले में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने आरंभ कर दिए हैं. दोनों जिलों में पहले बिजली कर्मियों की कॉलोनियों में मीटर लगाए हैं. अब कुछ दिनों में आम ग्राहकों के घर पुराने मीटर की जगह यह मीटर लगना आरंभ हो जाएगा.
उल्लेखनीय है कि महावितरण ने लघु दाब श्रेणी की हर श्रेणी के 2 करोड़ 42 लाख ग्राहकों के घर स्मार्ट मीटर लगाने का फैसला किया है. केवल कृषि पंप ग्राहकों को इससे दूर रखा गया है. वर्धा एवं नागपुर जिले में स्मार्ट मीटर, गेट-वे, डाटा सेंटर में जानकारी के आदान-प्रदान होने की टेस्टिंग के बाद मीटर बदलने की प्रक्रिया को आरंभ किया गया. महावितरण का दावा है कि स्मार्ट मीटर से ग्राहक अपने बिजली खर्च को नियंत्रित रख सकते हैं. मीटर निःशुल्क लगाए जा रहे हैं. खराब होने पर उन्हें निःशुल्क ही बदला जाएगा. महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग द्वारा तय ही लागू रहेगी. लेकिन ग्राहक इसके माध्यम से बिजली पर होने वाले खर्च को नियंत्रित कर सकेंगे.
शाम 6 से सुबह 10 बजे तक हैप्पी आवर्स
स्मार्ट प्रीपेड मीटर को ग्राहक मोबाइल की भांति ऑनलाइन रिचार्ज कर सकेंगे. रोज जानकारी दी जाएगी कि कितनी बिजली का उपयोग किया और कितनी राशि उपलब्ध है. शाम 6 से सुबह 10 बजे तक हैप्पी आवर्स रहेगा. इस दौरान राशि समाप्त होने पर भी आपूर्ति खंडित नहीं होगी. सार्वजनिक अवकाश के दिन भी रिचार्ज समाप्त होने पर भी बिजली नहीं कटेगी.
क्या-क्या बंद होगा
स्मार्ट मीटर लगने के बाद मीटर की रीडिंग, बिजली बिल तैयार करना व बांटना बंद हो गया. मीटर रिचार्ज कर आवश्यकतानुसार बिजली का उपयोग करना होगा. मानवी हस्तक्षेप से रीडिंग के गलत अथवा औसत बिल का आना भी बंद हो गया. स्मार्ट मीटर का मासिक बिल वेबसाइट व मोबाइल एप्प पर उपलब्ध होगा. जरूरत पर ग्राहक उसका होने प्रिंट निकाल सकेगा.