भीमपुर :
बैतूल जिले में शिक्षा विभाग की दास्तान अजीबोगरीब बयान करते हुए देखी जाती है। चुके कहीं शिक्षक पेट्रोल डालकर आग लगा लेता है, तो वही दूसरी ओर 1998 से लेकर आजतक शिक्षा विभाग के नियमावली को आयुक्त, सहायक आयुक्त के मुख्य द्वार पर शिक्षिका इंदिरा ब्रम्हे प्राथमिक शाला खेरवानी ग्राम ढोकली के द्वारा उल्टा लटका दिया गया है। इससे इनकार नहीं किया जा सकता।
वही इन दिनों 40 करोड़ लागत मूल्य से सनराइज स्कूल का भवन निर्माण कार्य चल रहा है, जो की गुणवत्ताहीन सामग्री से बना जा रहा है। भीमपुर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले ग्राम गुरुवा मे जिसका सानी शायद जिले में बैठा कोई नहीं, चुके सनराइज स्कूल भवन का निर्माण में ठेकेदार भगवानदास अग्रवाल एवं इंजीनियर के तालमेल से निचले स्तर की सामग्री प्रयोग हो रही। चुके भीमपुर शिक्षा विकासखंड अंतर्गत ग्राम गुरुवा में नवनिर्मित भवन के निर्माण में भारी अनियमिताएं बरती जा रही है, स्कूल भवन के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है।
आने वाले दिनों में शिक्षा के नाम पर गुणवत्ताहीन सामग्री से बने भवन में पढ़ने वाले बच्चों की जिंदगी से बड़े पैमाने पर खिलवाड़ किया जाएगा। क्योंकि ठेकेदार भगवानदास अग्रवाल तो सनराइज स्कूल भवन का निर्माण मे की गई राशि के भुगतान शिक्षा विभाग में बैठे आका के साथ ही इंजीनियर के बदौलत कर ही लेंगे। चूकि जिस भवन का निर्माण किया जा रहा है, उसमें इस्तेमाल होने वाला रा-मैटिरियल और सीमेंट घटिया किस्म का खुले तौर पर दिखाई दे रहा है। सनराइज स्कूल का नवनिर्माणधिन भवन आने वाले समय में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए घातक साबित हो सकता है। क्षेत्रीय ग्रामीणों के अनुसार सनराइज स्कूल के निर्माण कार्य में निचले स्तर की सामग्री इस्तेमाल सनराइज स्कूल भवन की गुणवत्ता वह नहीं रहेगी, जिस तरह से एसओआर बुक के आधार पर विभाग द्वारा तैयार की गई है। जहा आने वाले वर्षों में बच्चों की जिंदगी से खिलवाड करना, कहना गलत नहीं होगा।