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नागपुर।
जिला कार्यालय नागपुर, वर्धा, भंडारा, गोंदिया, चंद्रपुर और गढ़चिरौली के माध्यम से एवं साहित्य रत्न लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे निगम (Sahitya Ratna Lokshahir Annabhau Sathe Nigam) के क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत मातंग समाज और इसी तरह के 12 उप-जातियों का सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक रूप से उत्थान किया जाना चाहिए। उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान कर आजीविका के साधन उपलब्ध कराने हेतु प्रशिक्षण योजना क्रियान्वित की जा रही है। निगम के माध्यम से इन योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की गई है।
क्षेत्रीय कार्यालय नागपुर के अंतर्गत विविध जिला कार्यालयों हेतु कुल 1 हजार 133 प्रशिक्षणार्थियों का लक्ष्य मुख्यालय से प्राप्त हुआ है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में योजना के कार्यान्वयन के लिए विभिन्न संगठनों के प्रस्ताव 10 मार्च तक और प्रशिक्षुओं के आवेदन 15 मार्च तक क्षेत्रीय कार्यालय, साहित्य रत्न लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे विकास महामंडल, कमरा नंबर 302, बी विंग, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर सामाजिक न्याय भवन, दक्षिण अंबाझरी रोड, नागपुर 440022 में जमा करना अनिवार्य है। योजना को लागू करने के लिए पात्रता, नियम, शर्तें, लाभार्थियों के मानदंड, प्रशिक्षण संस्थान इस प्रकार हैं।
आवेदनकर्ता का मातंग समुदाय और ऐसी ही 12 उपजातियों से संबंधित होना अनिवार्य है। वह महाराष्ट्र का निवासी होना चाहिए और उसकी आयु 18 से 50 वर्ष होना अनिवार्य है। यह अनिवार्य है कि आवेदक को पहले किसी भी सरकारी, महानगरपालिका की किसी भी प्रशिक्षण योजना से लाभान्वित न हुआ हो। आवेदक की वार्षिक आय 3 लाख रुपए से अधिक न हो। इस योजना का लाभ एक परिवार में केवल एक ही व्यक्ति उठा सकता है। जिस बैंक खाते से आधार कार्ड जुड़ा हुआ है उसका विवरण जमा करना अनिवार्य है। प्रशिक्षु द्वारा चुने गए प्रशिक्षण का शुल्क कौशल विकास एवं उद्यमिता विभाग द्वारा निर्धारित दर के अनुसार होगा। साथ ही प्रशिक्षुओं को सरकारी निर्णय में उल्लिखित पाठ्यक्रमों का चयन करना अनिवार्य होगा।