-पुलिस कांस्टेबल को धमकी देने के मामले ने लिया नया मोड़
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नागपुर।
धंतोली थाने में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस कांस्टेबल को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी गई। इससे पुलिस के सरकारी काम में भी बाधा उत्पन्न हुई। इस मामले में मुन्ना यादव और उनके दो बेटों करण और अर्जुन के खिलाफ विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आधी रात में तीनों को हिरासत में ले लिया।
सूचना पत्र जारी कर उन्हें रिहा कर दिया गया। रविवार सुबह से ही मुन्ना यादव के आवास के पास पुलिस तैनात कर दी गई है, ताकि किसी तरह की गड़बड़ी न हो। मुन्ना यादव और उसके भाई बाला यादव के बेटों के बीच विवाद हो गया। शनिवार की रात करण और अर्जुन दोनों बाहर गरबा खेल रहे थे। उस वक्त बाला यादव के दोनों बच्चे भी दर्शन के लिए गए थे। करण और अर्जुन दोनों कुछ दोस्तों के साथ मिलकर बाला के बच्चों का मजाक उड़ाते हैं।
इससे उनके बीच बहस होने लगी। पुलिस कुछ युवकों को हिरासत में लेकर धंतोली थाने ले आई। उनके पीछे दोनों ग्रुप के दोस्त और रिश्तेदार भी ठाणे पहुंच गए। मुन्ना यादव भी ठाणे पहुंचे. वह पुलिस पर आक्रामक हो गए और गाली-गलौज कर हंगामा करने लगे। मामला बढ़ने पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस कांस्टेबल सुभाष वासाडे ने मुन्ना यादव को समझाने की कोशिश की और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस के सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई। स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख थानेदार अनामिका मिर्ज़ापुरे ने तुरंत अतिरिक्त जवानों को बुलाया। जब पुलिस उपायुक्त राहुल मदने ने मामले को संभालने की कोशिश की तो मुन्ना यादव ने उन पर भी हमला कर दिया। इससे थाने का माहौल गरमा गया। इस मामले में धंतोली थाने के पुलिस कांस्टेबल सुभाष वासाडे की शिकायत पर मुन्ना यादव, करण यादव और अर्जुन यादव के खिलाफ धारा 132, 352, 351 (3), 3 (5) के तहत मामला दर्ज किया गया था। तीनों को आधी रात में हिरासत में लिया गया और नोटिस जारी कर रिहा कर दिया गया।