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बुलढाणा :
बुलढाणा जिले का विभाजन कर खामगांव को एक नया जिला बनाने की मांग काफी समय से लंबित है। सरकार के पास यह प्रस्ताव वर्षों से धूल खा रहा था, लेकिन राज्य में नए जिलों के निर्माण का रास्ता अभी तक साफ नहीं हो सका है। हालांकि, खामगांव को जिला बनाने की दिशा में सरकार की गतिविधियां तेज हो चुकी हैं। गुरुवार, 3 अक्टूबर को राज्य सरकार ने खामगांव में उप-प्रादेशिक परिवहन कार्यालय (आरटीओ) की स्थापना को मंजूरी दी, जिसका नोंदणी क्रमांक अब MH-56 होगा। पहले खामगांव में गाड़ियों की नोंदणी के लिए MH-28 का उपयोग होता था, लेकिन इस नए निर्णय के बाद खामगांव और आसपास के क्षेत्रों के वाहनों पर अब MH-56 नज़र आएगा।
इस फैसले के बाद भाजपा के विधायक एडवोकेट आकाश फुंडकर की लंबे समय से चली आ रही मांग को सफलता मिली है। बुलढाणा जिले में 13 तालुके हैं, जिसमें 7 तालुके घाट क्षेत्र में और 6 तालुके घाट के नीचे स्थित हैं। घाट के नीचे के निवासियों को अपनी गाड़ियों की नोंदणी के लिए बुलढाणा में स्थित उप-प्रादेशिक परिवहन कार्यालय जाना पड़ता था, जिससे उन्हें लगभग 200 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती थी और पूरा दिन बर्बाद हो जाता था। खामगांव, शेगांव, नांदुरा, मलकापुर, जलगांव जामोद और संग्रामपुर के निवासियों के लिए इस नई सुविधा से समय और संसाधनों की बचत होगी।
विधायक फुंडकर ने लगातार विधानसभा में इस मुद्दे को उठाकर सरकार से खामगांव में आरटीओ कार्यालय की स्थापना की मांग की थी। अब जब विधानसभा चुनाव पास हैं, सरकार ने कई विधायकों की मांगों को पूरा करने के लिए कदम उठाए हैं। खामगांव में आरटीओ कार्यालय की स्थापना से यह क्षेत्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा चुका है।