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वाशिंगटन : नेशनल हरिकेन सेंटर के अनुसार, तूफान मिल्टन ने बुधवार रात को फ्लोरिडा के मध्य पश्चिमी तट पर सिएस्टा की के पास "खतरनाक श्रेणी 3" तूफान के रूप में दस्तक दी। लैंडफॉल के समय इसकी हवाएं 120 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थीं। हालांकि, जैसे-जैसे यह तूफान अंतर्देशीय क्षेत्रों में बढ़ा, इसकी ताकत कम होती गई।
तूफान केंद्र ने टैम्पा और सेंट पीटर्सबर्ग में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है, क्योंकि वहां बेहद खतरनाक तूफान-बल वाली हवाएं फैल रही थीं। लैंडफॉल के बाद, मिल्टन तेजी से कमजोर होते हुए फ्लोरिडा में आगे बढ़ेगा, लेकिन इसकी तूफान की स्थिति बनी रहेगी। यह अंततः अटलांटिक महासागर में पहुंचकर एक उष्णकटिबंधीय तूफान में बदल जाएगा।
गुरुवार सुबह तक, फ्लोरिडा के 23% गैस स्टेशनों में ईंधन खत्म हो चुका था, खासकर टैम्पा और सेंट पीटर्सबर्ग के आसपास।
इससे पहले, मियामी में राष्ट्रीय मौसम सेवा ने कम से कम चार बवंडर देखे, जिसमें एक मल्टी-वोर्टेक्स बवंडर भी शामिल था। कई शहरों में बवंडर की चेतावनी जारी की गई थी।
जेफ मास्टर्स मौसम वैज्ञानिक, ने चेतावनी दी कि कमजोर होते तूफान भी गंभीर क्षति पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मिल्टन फ्लोरिडा के इस हिस्से में अभूतपूर्व नुकसान पहुंचा सकता है।
तूफान की लहरों का खतरा फ्लोरिडा के पश्चिमी तट के लिए चिंता का विषय है। तूफान केंद्र ने चेतावनी दी है कि टैम्पा खाड़ी क्षेत्र में लहरें 8 से 12 फीट ऊँची हो सकती हैं। बाढ़ के साथ-साथ भारी बारिश भी होगी, जिससे फ्लोरिडा में विनाशकारी और जानलेवा बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस ने निवासियों को चेतावनी दी है कि तूफान का प्रभाव व्यापक होगा और लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। उन्होंने बताया कि राज्य में 149 आश्रय स्थल खोले गए हैं, जिनमें 200,000 लोगों को रखने की क्षमता है।
जिन लोगों को तूफान का खतरा है, उन्होंने अपनी संपत्तियों को सैंडबैग से सुरक्षित किया है और आवश्यक तैयारियों में जुट गए हैं। सभी निवासियों को सलाह दी गई है कि वे बिजली कटौती के लिए तैयार रहें और अपनी सुरक्षित स्थानों पर जाने की योजना बनाएं।