नागपुर।
महाकवि कालिदास भूमि रामटेक नगरी में महासंस्कृति महोत्सव की तैयारी पूरी कर ली गई है, जिसमें राष्ट्रीय स्तर के दिग्गज कलाकारों और स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रदर्शन, सेमिनार, भव्य थिएटर, लेजर शो, साहसिक खेल, थ्रिफ्ट समूहों के स्टॉल और फूड कोर्ट शामिल होंगे।
रामटेक के उपविभागीय अधिकारी वंदना सवरंगपते ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि महोत्सव शुक्रवार को नेहरू मैदान में मुख्य कार्यक्रम स्थल पर शुरू होगा। राज्य सरकार के सांस्कृतिक कार्य विभाग और जिला प्रशासन द्वारा राज्य भर में आयोजित महासंस्कृति महोत्सव की शुरुआत रामटेक से हो रही है। नेहरू मैदान, राखी झील, गढ़ मंदिर, कवि कुलपति कालिदास विश्वविद्यालय आदि स्थानों पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इस महोत्सव के विविध कार्यक्रम 19 से 23 जनवरी तक होंगे।
सवरंगपते ने एसडीओ कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस महोत्सव को लेकर प्रशासन की तैयारी पूरी कर ली गई है। खास तौर पर यहां मंच, पार्किंग, शौचालय की व्यवस्था के साथ साथ बैठने की व्यवस्था और स्वास्थ्य विभाग की टीमों को भी तैयार रखा गया है। नेहरू मैदान से लेकर आदर्श स्कूल बैक ग्राउंड, ठाकुर नगर ग्राउंड, मनापुर रोड पर कोल्हे ले आउट, पूर्व लॉन के सामने तालाब के पास के क्षेत्र में पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
प्रशासन ने जिले के अधिक से अधिक नागरिकों से इस महोत्सव में शामिल होने की अपील की है। इस महोत्सव में भाग लेने के लिए महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम की ओर से नागपुर जिले के प्रत्येक तालुका स्थान से विशेष गाड़ियों को रवाना किया जाएगा। महासंस्कृति महोत्सव में 20 जनवरी को प्रसिद्ध गायक सुरेश वाडेकर, 21 जनवरी को गायक हंसराज रघुवंशी और 23 जनवरी को कैलाश खेर नेहरू मैदान में प्रस्तुति देंगे। 22 जनवरी को सिंदुरागिरि महानाट्यम प्रस्तुत किया जाएगा। इसके साथ ही स्थानीय कलाकार भी प्रस्तुति देंगे। रामटेक स्थित रामधाम नटराज कलावंत समूह के 45 कलाकार रामायण नृत्य नाटिका प्रस्तुत करेंगे।
देवलापार के आदिवासी कलाकारों का समूह विविध आदिवासी नृत्यों की प्रस्तुति देंगे। ढोल ताशा टीम की प्रस्तुति भी होगी। कवि कुलपति कालिदास विश्वविद्यालय में कवि कालिदास पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया है। मुख्य कार्यक्रम स्थल पर 100x80 फीट का मंच बनाया गया है। मैदान पर बड़े आकार की एलईडी दीवारें खड़ी की गई हैं। अयोध्या में राम मंदिर की 52 फीट ऊंची प्रतिकृति और एक यज्ञ कुंड बनाया गया है। उत्सव में आने वाले मेहमानों और जिले के नागरिकों के स्वागत के लिए शहर में विविध स्थानों पर दर्शनीय स्थलों के रेपलिका बनाए गए हैं। यहां राखी झील क्षेत्र में एक फूड कोर्ट और स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल लगाए गए हैं। यह महासंस्कृत महोत्सव का अहम हिस्सा होगा। महोत्सव के अंतर्गत 22 जनवरी को वन विभाग की ओर से भगवान श्रीराम एवं रामटेक गढ़ मंदिर क्षेत्र, रामटेक क्षेत्र के ऐतिहासिक स्थलों विषय पर खुली चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। इस उत्सव के लिए किले पर विशेष रोशनाई की गई है।
नागपुर जिले के नागरिकों को कवि कालिदास पर ज्ञानोदय संगोष्ठी, प्रसिद्ध शेफ विष्णु मनोहर द्वारा महाखिचड़ी का प्रदर्शन, लेजर शो, फायर शो, नाव प्रतियोगिता, फोटोग्राफी और पेंटिंग प्रतियोगिता, स्केटिंग प्रतियोगिता, एयरो मॉडलिंग शो, फूड फेस्टिवल जैसे विशेष उत्सव मिलेगा। प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रस्तुति देखने व सुनने का अवसर भी मिलेगा। नागपुर जिला प्रशासन ने इससे पहले 13, 14 और 15 जनवरी को नागपुर शहर में जाणता राजा महानाट्य महोत्सव का आयोजन किया था, जिसके बाद यह राज्य स्तरीय संस्कृति महोत्सव रामटेक से शुरू हो रहा है। उसके बाद राज्य के अन्य हिस्सों में भी उत्सव शुरू होगा। राज्य के विविध क्षेत्रों की संस्कृति को साझा करने, स्थानीय कलाकारों को एक मंच प्रदान करने, लुप्त हो रही कला और संस्कृति को संरक्षित करने और इसके बारे में जानकारी देने के लिए राज्य के हर जिले में पांच दिवसीय महासंस्कृति महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। स्वतंत्रता संग्राम के ज्ञात और अज्ञात सेनानियों की वीरगाथा को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। सांस्कृतिक कार्य विभाग एवं जिला प्रशासन की ओर से इस महोत्सव के विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शामिल होने की अपील की गई है।