- शिंदे सरकार के GR पर कुनबी समुदाय को आपत्ति
- मराठों को कुनबी प्रमाणपत्र देने का विरोध
नागपुर : कुनबी समुदाय ने मराठों को कुनबी समुदाय के माध्यम से आरक्षण देने के राज्य सरकार के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा, कुनबी जाति प्रमाण पत्र देकर मराठा समुदाय को ओबीसी आरक्षण न दें. उन्होंने इस मामले में शनिवार से सांकेतिक उपवास शुरू करने और इस मौके पर उग्र आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है.
...नहीं तो राज्यभर में करेंगे आंदोलन
गुरुवार को पूर्व मंत्री सुनील केदार और अखिल कुनबी समाज के अध्यक्ष पुरुषोत्तम शहाणे पाटिल की मौजूदगी में बैठक हुई. इस बैठक में कुनबी समाज के सभी उपजातियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. इस बैठक में मराठा समुदाय को कुनबी आरक्षण देने का कड़ा विरोध किया गया. इस दौरान कहा गया की मराठा समाज को ओबीसी कोटे से आरक्षण न दिया जाए, अन्यथा तीव्र आंदोलन के चेतावनी दी गयी है. वही नेताओ ने महाराष्ट्र बंद का भी आह्वान किया जाएगा.
मराठों को ओबीसी से आरक्षण न दें
समाज के प्रतिनिधियों की माने तो कुनबी समाज मराठा समुदाय को आरक्षण देने के खिलाफ नहीं हैं. लेकिन उन्हें ओबीसी कोटे से आरक्षण दिए जाने आपत्ति है. समाज की दलील है की ओबीसी कोटे में पहले से ही कई जातियां हैं. ऐसे में इसमें मराठा जाति को शामिल करना उचित नहीं होगा. लिहाजा सरकार को उन्हें अलग से आरक्षण देना चाहिए. अगर उन्हें ओबीसी कोटे से आरक्षण दिया गया तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
कुनबी समाज की बैठक शुक्रवार को
जालना में मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलन चल रहा है. राज्य सरकार इस आंदोलन के आगे झुक गयी और मराठा समुदाय को कुनबी का प्रमाण पत्र देकर ओबीसी के लिए आरक्षण की पेशकश की। सरकार ने इस संबंध में जीआर भी जारी कर दिया है. अब, चूंकि कुनबी समुदाय ने इस पर आपत्ति जताई है, इसलिए सरकार को दुविधा का सामना करना पड़ सकता है। वही, कुनबी समुदाय के आंदोलन की अगली रणनीति तय करने के लिए शुक्रवार को एक आम बैठक बुलाई गई है. इस दौरान शनिवार से संगठन के कार्यालय के समक्ष सांकेतिक अनशन शुरू किया जायेगा.