अमरावती : विदर्भ के कश्मीर रूप में मशहूर चिखलदरा की सुंदरता सितंबर की बारिश में देखते से बनती है. भारी बारिश और बादलों के जमघट से पूरा इलाक़ा मानो जन्नत से कम नहीं लग रहा है. शनिवार को हुई भारी बारिश के बाद यहां का मौसम और भी सुहाना हो गया है। यहां का मनोरम दृश्य, फूलों और पेड़ों की विभिन्न प्रजातियां, हरी भरी वादियां और पहाड़ी घाटी से गुजरते बादलों की श्रृंखला किसी को भी यहां आने पर मजबूर कर सकती है।
वीकेंड पर पर्यटकों की आमद
चिखलदरा हमेशा से ही अपनी खूबसूरत वादियों के लिए पहचाना जाता है। इस जगह को विदर्भ का स्वर्ग कहा जाता है। बरसात के मौसम में तो यहां की खूबसूरती में और भी चार चांद लग जाता है। और यही खूबसूरती को निहारने बड़ी संख्या में पर्यटकों की आमद होती है. शनिवार और रविवार की छुट्टियां होने के कारण विदर्भ का स्वर्ग पर्यटकों से खचाखच भरा रहेगा।
ऐसे पॉइंट जहां खींचे चले आते है पर्यटक
चिखलदरा में आमतौर पर 10-12 आकर्षण के केंद्र हैं। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण है सनसेट पॉइंट। फ़िलहाल तो भीमकुंड पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। पंचबोल पॉइंट पर पांच बार आवाज सुनाई देती है यही कारण है की पर्यटक इस पॉइंट पर आने के लिए उत्सुक रहते हैं। यहां गविलगढ़ का किला भी काफी मशहूर है। देवी प्वाइंट के अलावा, शुगर झील में नौकायन, सरकारी वन पार्क, अमज़ारी नर्सरी, जगदोह में झरना, सेमाडोह में जंगल सफारी देखने लायक कई अन्य बिंदु हैं। इसके साथ ही वैली क्रॉसिंग, रॉक क्लाइंबिंग, वॉटरफॉल, बारिश में रैपलिंग की सुविधा उपलब्ध कराने से पर्यटकों का उत्साह दोगुना होने लगा है।