नागपुर : नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति. (बैंक/ वि.सं),नागपुर के तत्वावधान में पंजाब नेशनल बैंक, मंडल कार्यालय, नागपुर में श्री आशीष चतुर्वेदी मंडल प्रमुख नागपुर (PNB Circle Head Nagpur) की अध्यक्षता में "राजभाषा के संचार से जुड़ा है बीमा कंपनियों एवं बैंकों का विकास” विषय पर हिंदी संगोष्ठी तथा आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
आशीष चतुर्वेदी ने हिंदी संगोष्ठी में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित जयनारायण अध्यक्ष न.रा.का.स. (बैंक/ वि.सं), नागपुर एवं आंचलिक प्रबंधक ( ZONAL MANAGER ) बैंक ऑफ इंडिया नागपुर तथा मुख्य सत्र संकाय के रूप में निमंत्रित नागपुर शहर की प्रख्यात विदुषी डॉ. वंदना खुशलानी सेवा निवृत्त प्राचार्या दयानंद आर्य कन्या महाविद्यालय नागपुर का पौधा देकर भावभीना स्वागत किया | आशीष चतुर्वेदी मंडल प्रमुख ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में अवगत किया कि राजभाषा हिंदी मात्र भाषा ही नहीं हमारे देश की संपर्क, मातृभाषा हैं । इसके माध्यम से हम सभी देशवासी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। हमारे ग्राहक की भाषा हिंदी के माध्यम से हम बैंक के साथ, देश के विकास में अपना योगदान दें रहें हैं। उन्होंने भारतेन्दु हरिश्चन्द्र की सूक्ति निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति को मूल से अवगत किया कि निज भाषा अर्थात हिंदी की उन्नति ही सब उन्नति को मूल है।
जयनारायण अध्यक्ष न.रा.का .स.(बैंक/वि.सं), नागपुर एवं आंचलिक प्रबंधक बैंक ऑफ इंडिया (Zonal Manager Bank Of India) द्वारा रोज़मर्रा की जिंदगी और व्यवसाय के विकास में विभिन्न उदाहरणों के द्वारा क्षेत्रीय भाषा के साथ राजभाषा का महत्व प्रतिपादित किया। उन्होने अवगत किया कि आप जहां हो वहाँ की अर्थात स्थानीय भाषा को अवश्य सीखें। हम ग्राहकों को उनकी भाषा में सेवा देकर ही व्यवसाय का विकास कर सकते हैं।
संयुक्ता चहान्दे ने प्रमुख अतिथि संकाय का परिचय दिया। डॉ. वंदना खुशलानी ने अपने संबोधन में बताया हिंदी अपने आप में वह ताकत रखती हैं कि उसे विश्वभाषा बनने से कोई नहीं रोक सकता। आज अमरीका, कनाडा, यूरोप में हिंदी छाई हुई है। आज एमबीबीएस, अभियांत्रिकी का शिक्षण हिंदी भाषा में उपलब्ध हैं क्योंकि हिंदी आम भारतीय की भाषा हैं। यूरोप ने यह जान लिया है कि यदि भारत में व्यवसाय करना हैं, तो हिंदी या क्षेत्रीय भाषाओं के माध्यम से ही किया जा सकता है। राजभाषा के संचार से सभी व्यवसायों का, बीमा कंपनी, बैंकों के साथ देश का विकास जुड़ा हैं।
इस अवसर पर मंडल कार्यालय से हरीश वासनकर सहायक महाप्रबंधक एवं सुशील कुमार सिन्हा सहायक महाप्रबंधक नागपुर मण्डल शस्त्र प्रमुख, दीपक चांदेकर मुख्य प्रबंधक विशेष रूप से तथा नगर के विभिन्न बैंकों एवं वित्तीय संस्थान से 50 से अधिक तादाद में उपस्थित प्रतिभागियों में बैंक ऑफ इंडिया से राजीव कुमार, सदस्य सचिव न.रा.का.स.नागपुर, भारतीय रिजर्व बैंक से अशोक नायक सहायक महाप्रबंधक, नरेंद्र कुमार, भारतीय स्टेट बैंक से प्रवीण जामगड़े, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से कुमुद, बैंक ऑफ बड़ौदा से प्रतीका साकल्ले, ओरियंटल इंश्योरंस से प्रीति मेश्राम एवं रोहित शिवहरे, दी न्यू इंडिया इंश्योरंस से संध्या चिचघरे, यूनाईटेड इंश्योरंस से प्रतीक्षा कुंभारे, इंडियन ओवरसीज बैंक से बरुन चौधरी, भारतीय जीवन बीमा निगम से संजीव चव्हाण, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से अनिल चौबे, इंडियन बैंक से चंदन मेंढ़े, केनरा बैंक से कौशल किशोर, पंजाब एंड सिंध बैंक से अंजिता राजपूत ने अपने प्रतिभागियों के साथ विशेष रूप से सहभागिता की।
मंडल की राजभाषा वरिष्ठ प्रबंधक ममता वारके ने समस्त प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए आशु-भाषण की परिभाषा के साथ ही उसका उद्देश्य भाषा की स्पष्टता, विविध विषय सामग्री के साथ ही बेहतरीन प्रस्तुतिकरण द्वारा अंतिम लक्ष्य तक पहूंचना बताया। इस अवसर पर शहर के विभिन्न बैंकों से प्रतिभागियों ने एक से बढ़कर एक बेहतरीन प्रस्तुति दी। विषय सामग्री में भारतीय संस्कृति के द्योतक : व्रत , त्यौहार और पर्व से आरम्भ होकर, ऑनलाइन शिक्षण, महिला सशक्तिकरण, स्वनिधि से समृद्धि, वसुधैव कुटुंबकम, परिवर्तन प्रकृति का नियम, माँ मातृभाषा और मातृभूमि का कोई विकल्प नहीं, कर लो दुनिया मुट्ठी में, घर एक मंदिर, सदा सकारात्मक रहें के साथ ही आज के ज्वलंत अनुपालना एक महत्वपूर्ण पहलू, सूचना प्रौद्योगिकी ने किया जीवन आसान आदि विविध विषयों को छूती हुई स्थानीय भाषा, राजभाषा और ग्राहक सेवा पर अपनी बेहतरीन प्रस्तुति दी।
ये बने विजेता
प्रतियोगिता में नीलम ठकवानी भारतीय जीवन बीमा निगम को प्रथम, अथर्व गोगायन यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को द्वितीय सूरज वासेकर भारतीय रिज़र्व बैंक को तृतीय तथा प्रियंका हूमने दि न्यू इंडिया इश्योरंस कंपनी शास्वती सरकार सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को प्रोत्साहन स्थान प्राप्त हुआ। आशीष चतुर्वेदी मंडल प्रमुख ने संगोष्ठी में सम्मिलित विभिन्न बैंकों एवं बीमा कंपनियों के सदस्यों को बैंक का प्रतीक चिह्न स्वरूप मोमेंटो भेंट किया। नगर के विभिन्न बँको एवं वित्तीय संस्थानों से 50 से अधिक तादाद में उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने उक्त कार्यक्रम को पीएनबी में हिंदी का महाकुंभ कहकर विशेष सराहना की। राजीव कुमार, सदस्य सचिव ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की सफलतार्थ पंजाब नैशनल बैंक से स्नेहा ताकसांडे, अंकित अडूलकर, जयश्री, प्रफ्फ़ुल, सुनील राघोर्ते ने विशेष प्रयास किए। समारोह का संयोजन,समन्वयन एवं संचालन राजभाषा वरिष्ठ प्रबंधक ममता वारके ने किया।