नागपुर : नागपुर के अग्रणी मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पतालों में से एक, केयर हॉस्पिटल्स ने हाल ही में अत्यंत कुशलतापूर्वक तीन पेचीदा एवं चुनौतीपूर्ण चिकित्सा मामलों में सफलतापूर्वक इलाज कर चिकित्सा क्षेत्र में कामयाबी हासिल की है। डॉ. प्रशांत भोवते, जनरल सर्जन, केयर हॉस्पिटल्स, नागपुर ने अपनी टीम के साथ रोगियों को उन्नत चिकित्सा देखभाल प्रदान करने में अपने असाधारण नैदानिक कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन किया। अस्पताल में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में डॉ प्रशांत ने अन्य डॉक्टरों, कर्मचारियों और मीडिया कर्मियों की उपस्थिति में तीनों मामलों के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की।
मामला 1: पोस्ट रीनल ट्रांसप्लांट पेशेंट
एक दुर्लभ आपातकालीन मामले में, पोस्ट रीनल ट्रांसप्लांट के बाद एक मरीज को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था। दरअसल किडनी प्राप्तकर्ता का दो साल पहले किडनी प्रत्यारोपण किया गया था और उन्हें काम के दौरान पेट में दर्दनाक चोट लग गई थी। यह घटना उस समय घटी जब एक तेज गति से चलने वाली रॉड गलती से पिंजरे से स्लिप हो गई और मरीज के पेट में जा लगी। मरीज को तुरंत केयर अस्पताल, नागपुर लाया गया, जहां उनके पेट पर लैपरोटोमी प्रक्रिया पूरी की गई। चिकित्सा प्रक्रिया के दौरान, छोटी आंत और मूत्राशय में चोटों की पहचान की गई, जबकि प्रत्यारोपित किडनी अप्रभावित पाई गई। मरीज के ठीक होने में डॉ. प्रशांत भोवते और नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. प्रकाश खेतान ने अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नेक्रोसिस और एब्डोमिनल वॉल फ्लैप में संक्रमण जैसी चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, मेडिकल टीम ने सफलतापूर्वक सर्जरी की एक श्रृंखला को अंजाम दिया, जिसमें डिब्रेडमेंट और वैक्यूम-असिस्टेंट क्लोजर (वीएसी) एप्लिकेशन जैसी चिकित्सा तकनीकों के उपयोग का समावेश रहा। निरंतर देखभाल और उपचार के बाद, मरीज की सेहत में महत्वपूर्ण सुधार के लक्षण पाए गए और पूर्ण ओरल डाएट पर वीएसी के साथ उन्हें छुट्टी दे दी गई। इसके पश्चात, स्किन ग्राफ्टिंग के साथ फ्लैप का सफल ट्रांस्पोजिशन किया गया। अब मरीज़ रिकवरी की राह पर निरंतर अग्रसर हो रहा है।
मामला 2: हाइपरहाइड्रोसिस - अत्यधिक पसीना आना
हाल ही में केयर हॉस्पिटल, नागपुर ने हाइपरहाइड्रोसिस से पीड़ित एक मरीज का सफलतापूर्वक इलाज किया। दरअसल यह एक विशेष स्थिति है जिसमें मरीज को असामान्य तरीके से काफी पसीना आने लगता है। हाइपरहाइड्रोसिस किसी व्यक्ति के दैनिक जीवन और सामाजिक संबंधों पर अत्यंत प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इसके चलते मरीज के लिए मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक संकट पैदा हो सकते हैं। विविध उपचारों की असफल कोशिश के बाद, रोगी, श्री नयन (बदला हुआ नाम), 25 वर्षीय व्यवसायी, पर एंडोस्कोपिक थोरैसिक सिम्पैथेक्टोमी प्रक्रिया पूरी की गई। यह एक न्यूनतम इनवेसिव सर्जिकल प्रक्रिया है। यह तकनीक अत्यधिक पसीने के लिए जिम्मेदार सहानुभूति तंत्रिकाओं पर सटीक और असरदार तरीके से काम करती है।
इस मरीज के मामले में यह प्रक्रिया अत्यंत प्रभावी साबित हुई। मरीज को काफी राहत मिली। वह एक दशक से अधिक समय से अत्यधिक पसीने की समस्या से काफी पीड़ित था। चिकित्सा के पश्चात, नयन ने अपने जीवन की गुणवत्ता में काफी सुधार का अनुभव किया। व्यवसाय का विस्तार और शादी जैसे व्यक्तिगत लक्ष्यों को हासिल करने के कारण उनके आत्मविश्वास में काफी बढ़ोतरी हुई।
मामला 3: फ्लैल चेस्ट
केयर हॉस्पिटल्स, नागपुर ने सड़क दुर्घटना के परिणामस्वरूप झुकी हुई छाती वाले एक मरीज का सफलतापूर्वक इलाज करके उनके गंभीर आघात का इलाज कर चिकित्सा क्षेत्र में महारत का प्रदर्शन किया। मरीज को कई पसलियों के फ्रैक्चर और हीमोथोरेक्स के साथ आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया था। जिसके कारण लेने में कठिनाई, अत्यधिक दर्द और भटकाव जैसे लक्षण चिकित्सकों के समक्ष आ रहे थे। अस्पताल की मेडिकल टीम ने मरीज की स्थिति में स्थिरता लाने के लिए दर्द नियंत्रण, एपिड्यूरल एनाल्जेसिया और वेंटिलेटर समर्थन सहित तुरंत आवश्यक उपचार प्रदान किया। चोट पर उपचार के चौथे दिन, रोगी में स्थिरता के लक्षण दिखाई देने लगे। छाती की सीटी स्कैन प्राप्त करने के बाद, सर्जरी टीम ने मरीज के परिवार को रिब फिक्सेशन सर्जरी करवाने की सलाह दी। श्वसन क्रिया में सुधार, फ्रैक्चर को स्थिर करने और विकृति को रोकने के लिए कई विस्थापित पसलियों का इलाज करने के लिए यह एक सुरक्षित शल्य चिकित्सा पद्धति है। सर्जरी पूरी तरह सफल रही, और मरीज में सुधार के लक्षण दिखने लगे। दर्दनाक एवं गहरी चोट आने के 10 दिनों के भीतर ही उनकी सामान्य गतिविधियां फिर से बहाल हो गई।
हमें केयर हॉस्पिटल, नागपुर में इन तीन अद्वितीय और चुनौतीपूर्ण मामलों में संबंधित मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज करने पर गर्व है। प्रत्येक मामले में अगल-अलग जटिलताएं थीं। लेकिन हमारी समर्पित चिकित्सा टीम, उन्नत तकनीक और रोगी-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ, हम और हमारी टीम ने सकारात्मक परिणाम प्राप्त किए। यह दरअसल ऐसे क्षण हैं जो असाधारण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने और लोगों के जीवन में बदलाव लाने की हमारी प्रतिबद्धता को और भी मजबूत कर देते हैं, इस आशय के विचार केयर हॉस्पिटल्स, नागपुर के जनरल सर्जन डॉ. प्रशांत भोवते ने व्यक्त किए।
केयर हॉस्पिटल्स, नागपुर के एचसीओओ डॉ. अखिल जैन ने इन सभी सफल उपचार परिणामों पर संतोष व्यक्त किया और पूरी मेडिकल टीम की सराहना की। ये तीन मामले केयर हॉस्पिटल्स, नागपुर की असाधारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने, उन्नत तकनीक का उपयोग करने और जटिल मामलों पर सफलतापूर्वक इलाज प्रक्रिया पूरी करने और मरीज की व्यक्तिगत देखभाल करने की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
केयर हॉस्पिटल के बारे में जानकारी
केयर हॉस्पिटल्स ग्रुप एक मल्टी-स्पेशियलिटी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है जो भारत के 6 राज्यों में स्थित 7 शहरों में 16 हेल्थ केयर फैसिलिटी का संचालन करता है। संस्थान के नेटवर्क के अंतर्गत हैदराबाद, भुवनेश्वर, विशाखापट्टनम, रायपुर, नागपुर, इंदौर और औरंगाबाद जैसे महत्वपूर्ण शहरों में कई अस्पताल स्थित हैं। दक्षिण और मध्य भारत में चिकित्सा क्षेत्र में यह ग्रुप क्षेत्रीय स्तर पर एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है और शीर्ष 5 अखिल भारतीय अस्पताल श्रृंखलाओं में गिना जाने वाला स्वास्थ्य सेवा संस्थान है। केयर हॉस्पिटल 2700 से अधिक बिस्तरों के साथ 30 से अधिक नैदानिक विशेषताओं में चिकित्सा सेवा एवं देखभाल प्रदान करता है। केयर हॉस्पिटल्स एवर केयर ग्रुप के तत्वावधान में संचालित एक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है, जो दक्षिण एशिया और अफ्रीका में अपनी स्वास्थ्य सेवाएं सराहनीय तरीके से प्रदान कर रहा है।