पुणे : राज्य की सत्ता में अजित पवार के शामिल होते ही उनके बेटे पार्थ और जय पवार राजनीति में सक्रिय होते नजर आ रहे हैं। पार्थ और जय ने अजित पवार के जन्मदिन के अवसर पर बालेवाड़ी में आयोजित कबड्डी टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। हालांकि मुकाबले के मौके पर दोनों ने जनसंपर्क बढ़ाना शुरू कर दिया है और इससे यह चर्चा शुरू हो गई है कि उनके सक्रिय राजनीति में आने का संकेत मिल रहा है।
अजित पवार ने एनसीपी से बगावत कर शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल होने का फैसला किया है। अजित पवार को उपमुख्यमंत्री और वित्त विभाग दिया गया है। एनसीपी के विभाजन के बाद राज्य में सत्ता के समीकरण भी तेजी से बदले हैं। इस पृष्ठभूमि में अजित पवार के बेटे पार्थ और जय दोनों राजनीति में सक्रिय नजर आ रहे हैं।
पार्थ पवार ने 2019 में एनसीपी से मावल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। लेकिन इस चुनाव में उन्हें हार स्वीकार करनी पड़ी थी। इसके बाद पार्थ ने पिंपरी-चिंचवड़ और मावल लोकसभा क्षेत्रों में कुछ कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। लेकिन इसके बाद वह सक्रिय राजनीति से हट गये थे। एनसीपी में बगावत के बाद अजित पवार ने मुंबई में समर्थकों और पदाधिकारियों की मौजूदगी में बैठक की थी। उस वक्त जय पवार को अजित पवार के साथ देखा गया था। हालांकि, बदले राजनीतिक हालात में यह चर्चा शुरू हो गई है कि पार्थ और जय पवार सक्रिय राजनीति में आ गए हैं।
पार्थ और जय पवार दोनों मंगलवार को पहली बार एक मंच पर नजर आए। अजित पवार के जन्मदिन के मौके पर बालेवाड़ी के खेल परिसर में एक कबड्डी टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। इन दोनों ने टूर्नामेंट का उद्घाटन किया। अजित पवार के समर्थकों के बीच चर्चा शुरू हो गई है कि मुकाबले के मौके पर जनसंपर्क बढ़ाया जा रहा है और आने वाले दिनों में पार्थ और जय राजनीतिक मंच पर दिखेंगे।