नागपुर : भारत के कई शहरों से लोग हज यात्रा के लिए सऊदी जा रहे हैं। इसी बीच, बुधवार को नागपुर से भी 860 हज यात्रियों का पहला जत्था सऊदी अरब के लिए रवाना हुआ। यही कारण है कि नागपुर हवाई अड्डे पर दोपहर से ही बड़ी संख्या में लोगों का तांता लगा रहा। 860 हज यात्री दो प्लेन की मदद से रवाना हुए। नागपुर एयरपोर्ट से विदर्भ समेत मध्यभारत के अनेक हज यात्रियों ने उड़ान भरी। हज यात्रियों को छोड़ने आये परिवार के लोगो ने उन्हें गले लगाकर विदा किया।
यात्रा के दौरान हज यात्रियों को किसी तरह की परेशानी ना हो और हर तरह की सुविधा मिले इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। एयरपोर्ट पर कड़ा पुलिस बंदोबस्त लगाया गया है। नागपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से हज यात्रियों को सऊदी के लिए रवाना किया जा रहा है। अभी फिलहाल हज यात्रियों के लिए दो उड़ाने की सेवा दी जा रही है ।
इस हज यात्रा पर यात्री ने बताया कि यह सभी मुसलमान के लिए जरूरी है। सालों से तैयारी के बाद यह मौका मिलता है तो यह काफी खुशी की बात है। हर मुसलमान को अपने जीवन में एक ना एक दिन यह खूबसूरत तोहफा जरूर मिलता है।
क्या है हज यात्रा?
इस्लामी शब्दावली में, हज सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में काबा, "अल्लाह का घर" के लिए बनाई गई तीर्थयात्रा है। हज सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का की तीर्थयात्रा है, जिसे हर वयस्क मुसलमान को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार करना चाहिए। हज इस्लाम के पांच स्तंभों के रूप में जानी जाने वाली मूलभूत मुस्लिम प्रथाओं और संस्थानों में से पांचवां है। तीर्थयात्रा अनुष्ठान धू अल-हिजाह (इस्लामिक वर्ष का अंतिम महीना) के 7वें दिन से शुरू होता है और 12वें दिन समाप्त होता है।
हज उन सभी मुसलमानों पर अनिवार्य है जो शारीरिक और आर्थिक रूप से तीर्थ यात्रा करने में सक्षम हैं, लेकिन केवल तभी जब उनकी अनुपस्थिति उनके परिवार पर कठिनाइयों का कारण नहीं बनेगी। एक व्यक्ति परोक्ष रूप से हज कर सकता है, तीर्थ यात्रा पर जाने वाले किसी रिश्तेदार या दोस्त को उसके लिए "खड़े रहने" के लिए नियुक्त कर सकता है।