जलगांव : अमलनेर में दो गुटों में हुए विवाद को लेकर पथराव हुआ। पुलिस ने समय रहते पहुंचकर शांति स्थापित की और एहतियात के तौर पर शनिवार से सोमवार तक शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से किसी भी अफवाह पर विश्वास न करने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
अमलनेर शहर के जीनगर गली, जूना पारधीवाड़ा और सराफा बाजार क्षेत्र में रात में नाबालिगों के मामूली झगड़े और पथराव को लेकर सामाजिक दरार पैदा हो गई। इससे शहर में दंगे जैसे हालात पैदा हो गए। दो गुट आपस में भिड़ गए। दुकान में तोड़फोड़ की गई। कई घरों पर पथराव किया गया है। इस घटना से तनावपूर्ण माहौल बन गया। शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए देर रात जलगांव से अतिरिक्त सैनिक बुलाए गए। उपविभागीय पुलिस अधिकारी सुनील नंदवलकर, सहायक निरीक्षक राकेश सिंह परदेशी व पुलिस कर्मियों ने पहुंचकर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के समय रहते हस्तक्षेप से स्थिति पर काबू पाया गया। इस मामले में अमलनेर थाने में मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और उनकी जांच जारी है। इलाके में पुलिस का कड़ा बंदोबस्त किया गया है।
जिला पुलिस अधीक्षक एम. राजकुमार ने भी अमलनेर पहुंचकर जायजा लिया। उन्होंने अपील की कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और नागरिक शांति बनाए रखें। पथराव की घटना के बाद अमलनेर शहर में शनिवार सुबह 11 बजे से सोमवार सुबह 11 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। जरूरत पड़ी तो कर्फ्यू को और बढ़ाया जाएगा।
उपविभागीय दंडाधिकारी कैलास कदलग ने शहर के नागरिकों से अपने घरों में रहने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है। आदेश के उल्लंघन की स्थिति में संबंधित व्यक्तियों, संस्थाओं एवं संघों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रासंगिक आदेश सरकारी दौरों, सरकारी ड्यूटी पर मौजूद अधिकारियों, कर्मचारियों, पुलिस, रोगी सेवाओं, दूध और पानी की आपूर्ति, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के साथ-साथ सरकारी, निजी बैंकों, क्रेडिट संस्थानों, विवाह और अंत्येष्टि पर लागू नहीं होगा।