चंद्रपुर : गर्मी शुरू होने के साथ ही चंद्रपुर में पारा भी चढ़ गया है। शरीर गर्मी से झुलस रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग गर्मी शुरू होने के साथ ही प्राकृतिक ठंडी हवा के लिए आंगनों में सोते हैं। ऐसी ही एक महिला आंगन में सो रही थी। लेकिन यह उसकी आखिरी नींद थी। चारपाई पर सो रही महिला पर बाघ ने छलांग लगाई और उसे घसीटते हुए उसे जंगल की ओर ले गया। लेकिन ग्रामीणों के चिल्लाने पर बाघ उसे छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। यह रोमांचक घटना सावली तालुका के विरखल चख में घटित हुई। इस घटना क्षेत्र में दहशत फैल गई है। मृतक महिला का नाम मंदाबाई एकनाथ सिडाम है।
जिले के सावली वन परिक्षेत्र अंतर्गत व्याहड़ खुर्द उपवन क्षेत्र के अंतर्गत विरखल चक की मंदाबाई एकनाथ सिडाम (५३) आंगन में चारपाई पर सो रही थी। रात दो बजे के बीच सो रही मंदाबाई पर बाघ ने झपट्टा मारा। बाघ उसे घसीटते हुए जंगल की ओर ले जा रहा था। इसी बीच कुछ ग्रामीणों ने यह नजारा देख लिया। वे चिल्लाने लगे। उसे अकेला छोड़कर अन्य ग्रामीण जंगल की ओर भागे। इसमें मंदाबाई की मौत हो गई। घटना की जानकारी सावली वन उद्यान व पाथरी पुलिस को दी गई। दोनों विभागों के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। पंचनामा बनाया और वन विभाग ने मृतक के परिवार को २५ हजार की मदद दी। इस घटना से गांव में दहशत फैल गई है। चंद्रपुर जिले को बाघों के जिले के रूप में जाना जाता है। बाघों को देखने के लिए हर साल विदेशों से लाखों पर्यटक ताडोबा आते हैं। जिले में बाघों की संख्या संतोषजनक रही है। यह एक पक्ष है। हालांकि, दूसरा पक्ष डरावनी है। जिले में वन्यजीव-मानव संघर्ष चरम पर पहुंच गया है। वन्यजीवों के हमले में दो दिन में एक की मौत हो चुकी है। इस स्थिति को सुधारने के लिए ठोस उपचारात्मक योजनाओं की आवश्यकता है। लेकिन यह एक बड़ी त्रासदी है कि इस संघर्ष को रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए।