C20 India 2023 : 'नवाचार और प्रौद्योगिकी के प्रवर्तकों के रूप में नागरिक समाज संगठन' पर चर्चा

22 Mar 2023 11:00:00

Civil 20 Nagpur (Image Source : Twitter)
 
नागपुर :
 
 
नागपुर में चल रहे Civil 20 (C-20) भारत 2023 'नवाचार और प्रौद्योगिकी' पर प्रारंभिक सम्मेलन के चौथे पूर्ण सत्र में 'नागरिक समाज संगठन एक प्रवर्तक के रूप में' विषय पर परिचर्चा हुई। Civil 20 इंडिया 2023 के शेरपा, पूर्व राजदूत विजय नांबियार ने अधिवेशन की अध्यक्षता की। इस सत्र में Civil 20 भारत 2023 की निम्नलिखित कार्य समूहों को शामिल किया गया: प्रौद्योगिकी, सुरक्षा और पारदर्शिता; पारंपरिक कलाओं, आजीविका और रोजगार का संरक्षण और संवर्धन कट्टरपंथी और अभिनव तरीके; शिक्षा और डिजिटल परिवर्तन। इस सत्र में वित्त संबंधी एक विशेष समिति को भी शामिल किया गया था।
 
इंटेल कॉरपोरेशन के निदेशक एलिसन लिन रिचर्ड्स दस्तकारी हाट समिति के अध्यक्ष और संस्थापक, जया जेटली, अंतर्राष्ट्रीय कॉलेजिएट प्रोग्रामिंग प्रतियोगिता (ICPC) ग्लोबल फाउंडेशन डेवलपमेंट डायरेक्टर वेरोनिका सोबोलेवा, Civil 20 इंडिया 2023 अंतरराष्ट्रीय सलाहकार समिति के सदस्य बिन्नी, बुचोरी और एकिबेकी के संस्थापक विश्पला हुंडेकरी सत्र में वक्ता में शामिल हैं।
 
 
 
Civil 20 भारत 2023 के शेरपा, पूर्व राजदूत विजय नांबियार, ने नागपुर में Civil 20 इंडिया 2023 के स्थापना सम्मेलन चौथे पूर्ण सत्र की अध्यक्षता की। अमृता विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. कृष्णाश्री अच्युथन और अमृता क्रिएट के संस्थापक निदेशक डॉ. प्रेमा नेदुंगडी कि कार्य समूह समन्वयक ने सत्र को संबोधित किया। आर्थिक समस्याओं पर विशेष समिति दीप्ति जॉर्ज शोध समन्वयक भी सत्र के दौरान भाषण दिया।
 
Civil 20 Nagpur (Image Source : PIB)
 
डॉ कृष्णाश्री अच्युथन ने कहा कि हम भी डिजिटल दुनिया की इस दूसरी दुनिया में हैं जिसकी सबकी गहरी छाप है। प्रौद्योगिकी वास्तविकता और डिजिटल दुनिया के बीच एक पुल है। प्रौद्योगिकी अपनाने से पहले उसके नकारात्मक प्रभाव की भी जांच होनी चाहिए। साइबर सुरक्षा के महत्व के बारे में उन्होंने अपना विचार व्यक्त किए। साइबर महामारी कोविड-19 महामारी से कहीं अधिक है और अधिक गंभीर होगा। प्रौद्योगिकी अधीनता एक और चिंता का विषय है। तकनीक नौकर के रूप में अच्छी है लेकिन स्वामित्व के रूप में खतरनाक है।
 
विशाला हुंडेकरी ने कहा कि आज भारत में करीब 200 हस्तशिल्प पर संकट मंडरा रहा है। हस्तशिल्प के मामले में दो समस्याएं हैं, पहली मांग है दूसरी ओर, वास्तविक हस्तशिल्प और पुरानी वस्तुओं की आपूर्ति के बारे में जागरूकता की कमी। दूसरी ओर कारीगरों के पास आगे बढ़ने की आर्थिक क्षमता नहीं है। उन्होंने कहा कि आप शिल्प कला को एक सामाजिक परिवर्तन के एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
 
Civil 20 Nagpur (Image Source : PIB)
 
डॉ. प्रेमा नेदुंगडी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में उनका कार्य समूह इस प्रकार के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना: जीवन और वैश्विक नागरिकता के लिए शिक्षा, विकलांग व्यक्तियों के लिए शिक्षा, कौशल विकास, शिक्षा में समानता और उभरती प्रौद्योगिकियां, डिजिटल परिवर्तन और डिजिटल पहुंच के साथ-साथ आपातकालीन परिस्थितियों में सीखना। उनका कार्य समूह 'विकलांग व्यक्तियों की जागरूकता' अभियान भी चलाया जा रहा है। नागरिक समाज संगठनों पर आयोजित: नवाचार और प्रौद्योगिकी के निर्माता कंप्यूटिंग स्कूल, इस विषय पर आयोजित अमृता विश्व विश्वविद्यालय पूर्ण सत्र में अध्यक्ष डॉ. प्रेमा नेदुंगडी ने अपने विचार रखे।
 
वित्तीय प्रणाली ने सरकार के साथ-साथ व्यापार को भी शक्तिशाली बना दिया। आर्थिक मोर्चे पर चुनौतियां और जटिल होती जा रही हैं। विकासशील देशों और उनकी रणनीतिक के लिए आर्थिक अंतर एक बड़ी समस्या है। दीप्ति जॉर्ज का कहना है कि फैसले में कई परस्पर विरोधी कारकों को शामिल करना होगा। उन्होंने कहा जी20 नवोन्मेषी वित्तीय साधनों के विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा यह आवश्यक है। अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली के माध्यम से विकासशील देशों का समर्थन करें और उनकी अनुपस्थिति का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऋण राहत के लिए मानवीय तंत्र होना जरूरी है।
 
एलिसन लीन रिचर्ड ने कहा कि इस साल जी20 की अध्यक्षता करने वाला भारत दुनिया का हृदय और आत्मा भी है। फिर उस तकनीक की उन्नति के बारे में बोलते हुए कहा कि पिछले उपन्यासों में अब जो लिखा गया था लगता है सच हो गया। प्रौद्योगिकी का भविष्य बहुत तेजी से विकसित हो रहा है। हालाँकि, इस तकनीक का एक नेगेटिव साइड भी है। प्रौद्योगिकी की लत या इसके माध्यम से धोखाधड़ी (फिशिंग) उसका ही एक उदाहरण हैं। साइबर हमले तेजी से बढ़ रहे हैं। खासकर सीनियर्स व्यक्तियों का फायदा उठाया जाता है। गलत सूचना और फर्जी खबरों के लिएआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है।
  
Civil 20 Nagpur
 (Image Source : PIB)
 
इस बैठक में हस्तशिल्प और कला से जुड़े विषयों पर चर्चा की गई जिस पर जया जेटली ने संतोष व्यक्त किया। शिल्प बस सजावटी वस्तुएं ही है ऐसा हस्तशिल्प के लिए एक औपनिवेशिक दृष्टिकोण है जिसमे बदलाव की जरूरत है। भारत को समझने के लिए भारत के हस्तशिल्प को समझना जरूरी है। आज हस्तशिल्प से जो चीजें उत्पादित की जाती हैं वे केवल उत्पाद हैं और सांस्कृतिक संदर्भ/तत्व गायब हैं। दस्तकार हाट समिति की अध्यक्ष और संस्थापक जया जेटली एक 'संस्थान: अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के वाहक' के विषय पर एक पूरे सत्र में C20 प्रारंभिक बैठक के दूसरे दिन बोल रही थी।
 
शिक्षा और डिजिटल परिवर्तन के क्षेत्र में वेरोनिका सोबोलेवा नागरिक समाज संगठनों की भूमिका के बारे में बताया। नागरिक समाज संगठनों ये समाज और वैश्विक स्तर के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर भी जुड़े हुए हैं। जैसे-जैसे वे स्तर पर काम करते हैं, वे वास्तव में शिक्षा में बदलाव लाते हैं काम कर सकते हैं। उनके अनुसार नागरिक समाज संगठन भी इस तकनीक को विकसित कर सकते हैं।
  
Civil 20 Nagpur
 (Image Source : PIB)
 
वेरोनिका सोबोलेवा द्वारा (ICTC) ग्लोबल फाउंडेशन इस संस्था के विकास निदेशक नागरिक समाज संगठन के संचालक है जो नवाचार और प्रौद्योगिकी के वाहक हैं। इस विषय पर वह दूसरे दिन नागपुर में आयोजित पूरे सत्र में C20 प्रारंभिक बैठक में विचार व्यक्त कर रही थी।
 
कुछ देश प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तमाम प्रगति के बाद भी वह पीछे है। बिन्नी बुखारी के अनुसार वित्तीय ताकत की कमी के कारण हम इस डिजिटल गैप को नोटिस करते हुए हमें इसमें दखल देने की आवश्यकता है।
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