image source: internet
नई दिल्ली : वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक का आज सुबह 78 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके पीए मोहन ने बताया, आज सुबह करीब 9 बजे वह बाथरूम में फिसल गये थे, उसके तुरंत बाद उनको घर के पास स्थित प्रतीक्षा अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया गया। डॉ. वेदप्रताप वैदिक देश के उन चुनिंदा पत्रकारों में से एक थे, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय मुद्दों, देश के सियासी हालातों, समसामयिक ज्वलंत विषयों की गहरी समझ थी।
वेद प्रताप वैदिक का जन्म 30 दिसंबर 1944 को इंदौर में हुआ था। वह भारत के एक पत्रकार, राजनीतिक विश्लेषक और स्वतंत्र स्तंभकार हैं। वे प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया की हिंदी समाचार एजेंसी "भाषा" के संस्थापक-संपादक के रूप में जुड़े हुए थे। इससे पहले वे टाइम्स समूह के नवभारत टाइम्स में संपादक थे। वर्तमान में, वह भारतीय भाषा सम्मेलन के अध्यक्ष थे।
उनकी भाषा शैली बेहद सरल व आम आदमी से जुड़ी हुई थी। उनकी निर्भीकता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि कुछ साल पहले वे पाकिस्तान में आतंकी सरगना, मुंबई हमलों के मास्टर माइंड हाफ़िज़ सईद के घर तक पहुंच गए थे। हाफ़िज़ से डॉ. वैदिक ने कई ऐसे सवाल पूछे जिसे पूछने की आज तक कोई हिम्मत नहीं कर पाया। भारत की कई आतंकी वारदातों के षड्यंत्रकारी सईद काफ़ी असहज नजर आए। उल्लेखनीय है कि उसे यूएनओ ने भी खूंखार आतंकवादी घोषित किया हुआ है।
डॉ. वेदप्रताप वैदिक आज हमारे बीच नहीं रहे। उस महान राष्ट्रवादी, स्पष्टवादी पत्रकार को शत शत नमन!
संदीप बीजे अग्रवाल
अध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य अग्रवाल सम्मेलन,
नागपुर जिला
Disclaimer: ब्लॉग एक स्वतंत्र मंच है। इसलिए, व्यक्त किए गए विचार लेखक के हैं।