लोकतंत्र में जीत की बुनियाद है पार्टी संगठन: प्रवीण दरेकर

    16-Dec-2023
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नागपुर : विधान परिषद सदस्य प्रवीण दरेकर ने कहा कि पार्टी संगठन लोकतंत्र की आत्मा है और चुनाव में जीत की नींव है। वे राष्ट्रमंडल संसदीय अध्ययन में 'संसदीय लोकतंत्र में पार्टी संगठन का महत्व' विषय पर बोल रहे थे। इस अवसर पर विधानमंडल सचिव विलास आठवले, विधानमंडल जनसंपर्क अधिकारी नीलेश मदने सहित अन्य मान्यवर उपस्थित थे।
 
संसद, प्रशासन, न्यायपालिका और मीडिया को लोकतंत्र के चार स्तंभ बताते हुए विधायक दरेकर ने कहा, राजनीतिक व्यवस्था में चुनाव एक महत्वपूर्ण कारक है। इन चुनावों में सफलता हासिल करने में पार्टी संगठन की अहम भूमिका होती है। जिस पार्टी का संगठन मजबूत होता है उसे अच्छी सफलता मिलती है। कॉर्पोरेट सेक्टर में भी संगठन है। एक ऐसा क्षेत्र जहां कॉर्पोरेट क्षेत्र के पास एक मजबूत संगठन है, वह फलता-फूलता है। संगठन में बड़ी ताकत होती है। किसी समय यदि नागरिक संगठित होकर सड़कों पर उतरते हैं तो सरकार को भी इसका संज्ञान लेना पड़ता है, यही संगठन की ताकत है। राजनीतिक दलों के साथ भी ऐसा ही है। जिस पार्टी का संगठन मजबूत है वह अच्छा कर रही है। संगठन में जमीनी स्तर के कार्यकर्ता शामिल हैं। एक संगठन के विभिन्न भाग होते हैं। इसमें गाँव, तालुका, जिला, राज्य और राष्ट्र स्तर शामिल हैं। इसके माध्यम से राष्ट्रीय स्तर के विचारों और लक्ष्यों को तालुका और ग्राम स्तर तक पहुंचाया जाता है। दरेकर ने यह भी कहा कि इसके लिए कार्यकर्ताओं की भूमिका अहम है।
 
पार्टी की विचारधारा को लोगों तक पहुंचाने के लिए संगठन महत्वपूर्ण है। इस संगठन के माध्यम से पार्टी के विचार को पहुंचाना और इसके माध्यम से विकास कार्य करना महत्वपूर्ण है। देश में कई पार्टियां हैं। कुछ पार्टियाँ राज्यों तक ही सीमित हैं। कुछ राष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहे हैं। इसके काम करने से जिस पार्टी का संगठन मजबूत होता है, उसके विचार जनता तक पहुंचते हैं। कुछ पार्टियां संगठन पर ध्यान नहीं देतीं। ऐसी पार्टियों का पतन होता है। इसलिए पार्टी को बनाए रखने के लिए पार्टी के विचारों को बनाए रखना होगा। उन्हें जनता तक पहुंचाना है। इसके लिए संगठन बहुत जरूरी है। अगर पार्टी का संगठन मजबूत है तो पार्टी द्वारा लिए गए फैसले सही होते हैं। यदि चुनाव जीतने वाला उम्मीदवार कई बार बदलता है, तो भी पार्टी द्वारा दिया गया उम्मीदवार उस निर्वाचन क्षेत्र में चुना जा सकता है। पार्टी संगठन मजबूत हो तो यह आसानी से संभव है। इसलिए, दरेकर ने जोर देकर कहा कि पार्टी संगठन का अद्वितीय महत्व है।
 
संगठन के माध्यम से काम करने वाले कार्यकर्ताओं को नेताओं की तुलना में बेहतर सफलता मिलती दिख रही है। फिलहाल लोगों को केंद्र सरकार की योजनाओं, लक्ष्यों और नीतियों से अवगत कराने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा चलाई जा रही है। ऐसी गतिविधियों के माध्यम से लोगों तक पहुंचने के लिए कार्यकर्ताओं का संगठन महत्वपूर्ण है। यदि कार्यकर्ताओं का संगठन अच्छा हो तो ऐसी अनेक गतिविधियां सफलतापूर्वक क्रियान्वित की जा सकती हैं। कार्यकर्ताओं के संगठित होने से ऐसी गतिविधियों में लोगों की भागीदारी बढ़ती है। इसलिए पार्टी को व्यक्ति-केंद्रित के बजाय संगठन-केंद्रित रहना चाहिए। इसे विभिन्न पार्टियों का गढ़ कहा जाता है। उस वक्त उस जगह पर उन पार्टियों का संगठन मजबूत होता है। प्रत्येक पार्टी की एक अलग संगठनात्मक संरचना होती है। लेकिन दरेकर ने यह भी कहा कि आम तौर पर एक ही छत होती है।
 
आज के समाज में गहराई बढ़ती जा रही है। इसलिए, एक ही घर में अलग-अलग व्यक्ति अलग-अलग पार्टियों को वोट देते हैं। यह तय करना उनका अधिकार और उनकी भूमिका है कि किसे वोट देना है। लेकिन साथ ही संगठन के माध्यम से लोगों तक पहुंच कर पार्टी की भूमिका को भी समझ सकते हैं। इसके लिए पन्ना प्रमुख, वार्ड प्रमुख जैसे कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन सभी बातों पर विचार करते हुए उन्होंने छात्रों से संगठन निर्माण पर विशेष ध्यान देने और संगठन निर्माण के माध्यम से देश के विकास में भाग लेने की अपील की। गोंडवाना विश्वविद्यालय, गढ़चिरौली के छात्र राकेश देवगड़े ने धन्यवाद ज्ञापन किया।