नागपुर : सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय द्वारा विधान भवन क्षेत्र में लगाई गई दुर्मिल लोकराज्य अंक प्रदर्शनी को बेहतरीन प्रतिसाद मिल रहा है। लोकराज्य प्रदर्शनी के विविध दुर्लभ अंकों को लेकर जन-प्रतिनिधियों के साथ-साथ वरिष्ठ चार्टर्ड अधिकारियों से भी सराहना एवं महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हो रहे हैं।
सत्र के पहले दिन प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एवं सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय के महानिदेशक ब्रिजेश सिंह ने किया। विधान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. नीलम गोऱ्हे सहित विविध मंत्री, सांसद, विधायक, चार्टर्ड अधिकारी और नागरिक इस हॉल का दौरा कर चुके हैं। उनमें से अधिकांश ने इस गैलरी में दुर्लभ लोकराज अंकों के सर्वोत्तम लेआउट और पाठकों के लिए उपलब्ध कराए गए मुद्दों के साथ-साथ आगामी लोकराज अंकों में शामिल किए जाने वाले विषयों के सुझावों पर फीडबैक रजिस्टर में अपने विचार दिए हैं।
पूर्व सांसद प्रो. जोगेंद्र कवाडे ने लोकराज्य द्वारा प्रस्तुत अंक के माध्यम से पाठकों के समक्ष लाई गई देश के महत्वपूर्ण नेताओं की जीवनियों पर मुखर प्रतिक्रिया दर्ज की है। विधायक गण एड अशोक पवार, सुरेश भोले, शिरीष चौधरी आदि ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विकास खड़गे ने इस सभागृह में लोकराज्य के दुर्लभ अंक को देखकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सुझाव दिया है कि शिव राज्याभिषेक के 350वें वर्षगांठ के अवसर पर एक विशेष अंक जारी किया जाना चाहिए।
लोकराज्य प्रदर्शनी में गणमान्य अतिथियों का तांता लगा रहा। सत्र के अंत तक विविध गणमान्य व्यक्ति इस हॉल में आकर महाराष्ट्र की समृद्ध सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विरासत का अनुभव कर सकेंगे।
'लोकराज्य' हॉल की विशेषताएं
1964 के बाद के दुर्लभ अंक प्रदर्शनी शुरू किया गया है। इसके अलावा यहां देखने के लिए विभिन्न विशेष चीजें उपलब्ध हैं। सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने और इस मुद्दे को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए 'लोकराज्य' प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। 'लोकराज्य' पत्रिका सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय द्वारा प्रकाशित की जाती है और इसकी परंपरा सात दशकों से चली आ रही है। यह पत्रिका राज्य निर्माण की साक्षी है। लोकराज्य को विविध क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विकास, कैबिनेट निर्णयों, सूचनात्मक विशेषों पर जानकारी के खजाने के रूप में जाना जाता है। विश्वसनीय जानकारी ने इस पत्रिका को सामान्य पाठकों के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए भी उपयोगी बना दिया है।