नागपुर: युवाओं के अपहरण और जानलेवा हमला कर फिर से सुर्खियों में आए वांछित अपराधी सुमित ठाकुर (38) के खिलाफ पुलिस ने एक और मामला दर्ज किया है। खुद को गौरक्षक बताकर कई दिनों तक वसूली की दुकान चलाने वाले सुमित पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। पिछले 22 दिनों में सुमित के खिलाफ यह तीसरा मामला दर्ज किया गया है। लेकिन वह अभी भी पुलिस की पकड़ में नहीं आया है। नया मामला गोरेवाड़ा जूनी वस्ती के गणेश उर्फ गुही आनंद चाचेरकर (39) की शिकायत पर दर्ज किया गया है।
गिट्टीखदान इलाके में गणेश का जिम है। पिछले 1 अक्टूबर को गणेश गोरेवाड़ा जंगल गेट के पास खड़ा था। इसी बीच सुमित वहां आया और गणेश से 50 हजार रुपए की मांग की। गणेश ने वित्तीय कठिनाइयों का हवाला देते हुए भुगतान करने से इनकार कर दिया। इससे नाराज होकर सुमित ने गणेश को धमकी दी। उसने धमकी दी कि अगर पैसे नहीं मिलेंगे तो जान से मार दूंगा। गिट्टीखदान पुलिस ने गणेश की शिकायत पर सुमित के खिलाफ रंगदारी का मामला दर्ज किया है।
सुमित और उसके साथियों ने 16 अक्टूबर की रात इंदौर निवासी कमल नाइक और उसके दो दोस्तों का कार में अपहरण कर लिया था। तीनों को हजारी पहाड़ इलाके के एक गोदाम में ले जाया गया और पिस्तौल के बल पर पीटा गया। अगले दिन कमल की शिकायत पर सुमित और उसके गिरोह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। तभी 22 अक्टूबर को एक युवक ने कमल को फोन किया। दोनों उसके घर गए और उसे बताया कि सुमित ने उसे भेजा है। साथ ही उससे दुश्मनी न लेने की सलाह भी दी। उसके पेट पर पिस्तौल लगाकर जान से मारने की धमकी दी और शिकायत वापस लेने को कहा। जबरन स्टाम्प पेपर पर पीड़ितों के हस्ताक्षर लिए गए और अदालत में शिकायत वापस लेने का शपथ पत्र दायर किया गया। कमल की शिकायत पर उसके खिलाफ दूसरा मामला दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि कमल को धमकी देने वाले तिरूपति भोगे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।