वर्धा : फसल बीमा योजना के तहत मिली 25,465 शिकायतों को रिजेक्ट किया जा चुका है. 72 घंटे में शिकायत नहीं मिलना, फसल पर मौसमी बीमारी का प्रकोप जैसी जटिल शर्तों में किसानों की मदद राशि अटकी है. मदद के लिए इन किसानों को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक का इंतजार है.
वर्धा जिले में 2 लाख 47 हज़ार 800 किसानों ने फसल बीमा कराया था. अतिवृष्टि, प्राकृतिक आपदा के चलते किसानों का नुकसान हुआ. इसके बाद 72 घंटों के भीतर किसानों ने प्रशासन को इसकी जानकारी देनी थी. कुछ किसान फसलों के नुकसान की जानकारी समय पर नहीं दे पाए. पीड़ित 54,771 किसानों ने बीमा कंपनी में शिकायत की थी. कंपनी का दावा है कि 29312 किसानों की शिकायत कंपनी के नियम में बैठने से उन्हें मदद के लिए पात्र मानकर बीमा की मदद राशि देने की प्रक्रिया शुरु है. इसके तहत 16,303 किसानों को 18 करोड़ की मदद दी जा चुकी है. लेकिन 25465 किसान पात्र नहीं होने का बताकर मदद देने से इनकार किया है. जिन किसानों की शिकायत देरी से मिली थी उन्हें भी मदद दिलाने के लिए प्रयासरत होने का दावा कृषि विभाग कर रहा है. इसके लिए जिलाधिकारी कार्यालय में बैठक लेने की तैयारी है. लेकिन अब तक बैठक की तारीख ही तय नहीं हो पाई है. कृषि अधिकारी निखाड़े ने बताया कि पीड़ित किसानों को मदद राशि बांटने की प्रक्रिया शरू है.