नागपुर : राज्य सरकार ने कागज रहित लेनदेन पर जोर देते हुए ई-ऑफिस प्रणाली शुरू की है। उस दिशा में महावितरण ने बिजली बिलों के मामले में काम शुरू कर दिया है और इसके लिए बिजली उपभोक्ताओं से गो ग्रीन योजना का लाभ उठाकर पर्यावरण की रक्षा के लिए पहल करने की अपील की गई है।
महावितरण की गो ग्रीन योजना में, यदि ग्राहक मुद्रित कागज के बिल के बजाय ईमेल द्वारा भेजे गए कागज रहित बिल का विकल्प चुनते हैं, तो वे कागज के बिल भेजना बंद कर देंगे और प्रत्येक बिल पर 10 रुपए की छूट दी जाएगी। महावितरण के नागपुर क्षेत्रीय प्रभाग के अंतर्गत विदर्भ के ग्यारह जिलों में कुल 54 हजार 275 उपभोक्ता इस योजना में भाग ले रहे हैं और डिस्काउंट प्राप्त कर रहे हैं। इसके बाद अकोला सर्कल में 13 हजार 251, अमरावती सर्कल में 12 हजार 79, चंद्रपुर सर्कल में 5 हजार 135 और गोंदिया सर्कल में 4 हजार 738 ग्राहक हैं।
ई-ऑफिस प्रणाली वास्तविक कागज के बजाय सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करके कागज रहित काम पर ध्यान केंद्रित करती है। यदि बिजली उपभोक्ता गो ग्रीन छूट का लाभ उठाएंगे तो कागज का बिल कम होगा तथा कागज का उपयोग कम होगा तथा कागज रहित कार्य को बढ़ावा मिलेगा तथा पर्यावरण की रक्षा होगी।
यदि बिजली उपभोक्ताओं को मुद्रित बिजली बिल की आवश्यकता है, तो वे ई-मेल के माध्यम से प्राप्त मासिक बिजली बिल को कंप्यूटर पर सॉफ्ट कॉपी में सहेज सकते हैं। इसके अलावा, चालू माह का बिजली बिल मूल रूप में महाडिसकॉम की आधिकारिक वेबसाइट
www.mahadiscom.in पर उपलब्ध है। बिजली उपभोक्ताओं को आवश्यकतानुसार इसे डाउनलोड करने अथवा मूल प्रारूप में रंगीन प्रिंटआउट लेने की सुविधा है।
'गो ग्रीन' अभियान का हिस्सा बनने लिए क्या करें?
जो ग्राहक इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं वे महावितरण के मोबाइल ऐप के माध्यम से या
https://pro.mahadiscom.in/Go-Green/gogreen.jsp लिंक पर जाकर ग्राहक संख्या और बिलिंग यूनिट की जानकारी दर्ज करके पंजीकरण कर सकते हैं। इसके बारे में अधिक जानकारी महाडिस्कॉम की वेबसाइट
www.mahadiscom.in पर उपलब्ध है। ग्राहक जब चाहे ईमेल किए गए बिल का प्रिंटआउट ले सकता है। साथ ही सभी ग्राहकों को नियम और उनके बिल की जानकारी देने वाला एसएमएस भी भेजा जा रहा है। यदि ग्राहक पुराना मुद्रित बिल वापस चाहता है तो उसे उसी लिंक से डी-रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी प्रदान की जाती है। गो ग्रीन योजना में भाग लेकर उपभोक्ताओं से अपने मासिक बिजली बिल में दस रुपये की बचत करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी भाग लेने का आग्रह किया गया है।