अमरावती : विदर्भ के कैलिफोर्निया यानी अमरावती जिले के वरुड में संतरे के बाद नकदी फसल के रूप में कपास का उत्पादन किया जाता है। इस वर्ष निजी संस्था में नए कपास को 7 हजार 151 रुपए और पुराने एकत्रित किए गए कपास को 7 हजार रुपए प्रति क्विंटल का दाम मिलने से कपास उत्पादकों द्वारा संतोष व्यक्त किया जा रहा है।
56 हजार हेक्टेयर में 27 हजार पर कपास की खेती
संतरे के लिए प्रसिद्ध विदर्भ के कैलिफोर्निया में दूसरी नकदी फसल के रूप में कपास का स्थान है। कपास उत्पादक किसानों की संख्या अधिक होने से हजारों टन कपास का उत्पादन यहां किया जाता है। वरुड तहसील में कृषि क्षेत्र 56 हजार हेक्टेयर है। जिसमें से 21 हजार 500 हेक्टेयर क्षेत्र से अधिक में संतरे की बुआई की गई है। जबकि खरीफ मौसम में कपास की बुआई 27 हजार हेक्टेयर में की गई है।
इस वर्ष कपास उत्पादकों के “अच्छे दिन”
गत वर्ष अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास की कीमत गिरने से कपास उत्पादक किसानों को बड़ा झटका लगा था. इस कारण कपास उत्पादकों ने कपास जमा करके रख लिया था लेकिन इस वर्ष निजी जिनिंग संचालकों द्वारा नए कपास को 7 हजार 151 से 7 हजार 51 रुपए प्रति क्विंटल तक दाम दिए जा रहे हैं. पुराने पीले दिखाई देने वाले कपास को 7 हजार रुपए दाम दिया जा रहा है. शहर की पांच ही जिनिंग में निजी खरीदी की शुरुआत हुई है. यहां पहले दिन दो सौ क्विंटल कपास की आवक हुई, जिसको लेकर कपास उत्पादकों ने संतोष व्यक्त किया है. ऐसे में समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग की जा रही है ताकि किसानों को परेशानी ना हो।