- अन्न दान वितरण हेतु खाद्य प्रशासन विभाग की अनुमति अनिवार्य
- सिटी एवं एसटी बसों की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के दिए गए निर्देश
- पीने के पानी और बाथरूम की उपलब्धता की सूचना विविध स्थानों पर लगाई जाएगी
- मुख्य समारोह क्षेत्र में नो प्लास्टिक जोन नियम का कड़ाई से होगा पालन

नागपुर: दीक्षाभूमि में धम्मचक्र प्रवर्तन दिन उत्सव का आयोजन प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य है और प्रत्येक विभाग को यह सुनिश्चित होगा कि यहां आने वाले सभी अनुयायियों को स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वच्छता और खानपान सुविधाएं प्रदान की जाएं। पिछले दो दिनों में जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर, मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी द्वारा की गई समीक्षा बैठक और भौतिक निरीक्षण के बाद गुरुवार को संभागायुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी ने विभाग प्रमुखों से महाराष्ट्र में इस भव्य परियोजना की तैयारी की समीक्षा की। 24 अक्टूबर को दीक्षाभूमि पर 67वां धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस का आयोजन किया जा रहा है। संभागायुक्त बिदरी की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी डॉ.विपिन इटनकर, पुलिस उपायुक्त अनुराग जैन, अतिरिक्त जिलाधिकारी आशा पठान, उपायुक्त प्रदीप कुलकर्णी, परमपूज्य डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर दीक्षाभूमि स्मारक समिति के सदस्य डॉ. सुधीर फुलझेले , प्रशासन के विविध विभागों से विलास गजघाटे, प्रोफेसर प्रदीप अगलावे सहित वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित थे। बिदरी ने प्रशासन द्वारा बनाई गई योजना को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छता, स्वास्थ्य, पेयजल की उपलब्धता, स्नान घर, शौचालय, सुरक्षा आदि की व्यवस्था के साथ अनुयायियों के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए संबंधित संस्थाओं को खाद्य एवं औषधि प्रशासन की भी अनुमति लेनी होगी। इस वर्ष अन्न दान हेतु वितरण विभाग पैमाने पर कार्य कर रही है। यह पहल प्रशंसनीय ज़रूर है, लेकिन फिर भी बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को दिए जाने वाले भोजन की जांच की जानी चाहिए। इसके लिए सरल एवं आसान तरीका अपनाना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि खाद्य एवं औषधि विभाग इस अवधि में और अधिक तत्परता से सेवा प्रदान करे। इस अवसर पर दीक्षाभूमि में धम्म चक्र प्रवर्तन दिन की बधाई देने आने वाले राज्य के विभिन्न हिस्सों और विदेश से आने वाले अनुयायियों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन द्वारा की गई योजना के बारे में जानकारी दी गई। दीक्षाभूमि एवं आसपास के 70 स्थानों पर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा अतिरिक्त पेयजल टैंकरों की व्यवस्था की गई है।
स्वच्छता का विशेष ध्यान रखते हुए दीक्षाभूमि क्षेत्र की 10 चिह्नित सड़कों पर 150 सफाई कर्मियों की व्यवस्था की गई है। साथ ही तमाम रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंड पर भी साफ-सफाई का ध्यान रखा जाएगा। यहां मोबाइल टॉयलेट और 900 अस्थायी टॉयलेट की भी व्यवस्था की जाएगी। इस अवसर पर कहा गया कि दीक्षाभूमि क्षेत्र की सड़कों पर कचरा प्रबंधन के लिए 200 ट्रकों की व्यवस्था की गई है। बिदरी ने इस व्यवस्था में बरती जाने वाली सावधानी के संबंध में प्रशासन को मार्गदर्शन एवं आवश्यक निर्देश दिए। भोजनदान वितरण हेतु अनुमति आवश्यक धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस कार्यक्रम में राज्य, देश-विदेश से आए अनुयायियों को विभिन्न संगठनों एवं व्यक्तियों द्वारा प्रसाद के रूप में भोजन वितरित किया जाता है। इस संबंध में बिदरी ने निर्देश दिए कि अनुयायियों को फूड पॉइजनिंग न हो इसके लिए संबंधित व्यक्ति एवं संस्थाएं खाद्य एवं औषधि प्रशासन से अनुमति लें।
तदनुसार, अब संगठनों को वेबसाइट www.foscos.gov.in पर जाना होगा और भोजन दान वितरण के लिए पंजीकरण के लिए आवेदन करना होगा। महानगरपालिका ने रेलवे और बस स्टेशनों से श्रद्धालुओं को दीक्षाभूमि तक ले जाने के लिए 150 बसों की व्यवस्था की है। इस बीच, महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम ने अनुयायियों को कामठी के ड्रैगन पैलेस से दीक्षाभूमि तक ले जाने के लिए 110 बसों की व्यवस्था की है। जिला प्रशासन ने धम्मचक्र प्रवर्तन दिन के अवसर पर दीक्षाभूमि क्षेत्र में प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र लागू करने की घोषणा की है। इसके अनुसार परियोजना में किसी भी प्रकार से सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने की व्यवस्था की है। पुलिस विभाग ने सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए हैं और दीक्षाभूमि क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।