'ई-नजूल प्रणाली' को और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाया जाए: संभागायुक्त

    10-Oct-2023
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नागपुर : शहर में नजूल भूमि, स्थान और उनके उपयोग के संबंध में समग्र जानकारी ई-नजूल प्रणाली के माध्यम से उपलब्ध होगी। इस प्रणाली को उपयोगकर्ताओं के लिए उपयोग और देखने में आसान बनाएं, इस आशय के निर्देश सोमवार को संभागायुक्त विजयलक्ष्मी बिदारी ने दिए। नागपुर जिला नजूल कार्यालय 'ई-नजूल प्रणाली' तैयार कर रहा है। यह व्यवस्था बिदारी के सभाकक्ष में प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ.विपिन इटनकर, राजस्व उपायुक्त राजलक्ष्मी शाह, तहसीलदार नजूल सिमा गजभिये आदि उपस्थित थे।
 
नागपुर शहर में करीब 10 हजार 700 नजूल भूमि हैं। नजूल भूमि पर अनुदानित पट्टों का नवीनीकरण, स्थानांतरण, गिरवी रखना, नाम दर्ज करना आदि का कार्य कलेक्टर कार्यालय द्वारा किया जाता है। कलेक्टर डॉ. इटानकर ने इन सभी प्रक्रियाओं को पारदर्शी और आसान बनाने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग करके बनाई गई ई-नजूल प्रणाली की प्रस्तुति दी। बिदरी ने सुझाव दिया कि एक सरल विधि अपनाई जानी चाहिए ताकि आवेदक नजूल क्षेत्र के संबंध में अपना शपथ पत्र अपलोड कर सके। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि संबंधित नजूल स्थान की फोटो अपलोड करें, उस स्थान के खसरा नंबर, नजूल भूखंड नंबर, भवन निर्माण अनुमति, बंधक अनुमति आदि की जानकारी आसानी से उपलब्ध होनी चाहिए तथा उसके लिए पठनीय फॉन्ट एवं फॉन्ट साइज का उपयोग किया जाना चाहिए। सिस्टम में शामिल कुछ शर्तों और उनके नामों को सरल बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि यदि इन शब्दों का अर्थ संबंधित ई-सिस्टम में दिया जाए तो आवेदक के लिए सिस्टम का उपयोग करना आसान हो जाएगा और प्रशासन पर भी बोझ पड़ेगा, उन्होंने कहा। उन्होंने ई-नजूल प्रणाली की अवधारणा और वास्तव में इस प्रणाली को विकसित करने के लिए कलेक्टर और अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने इस सेवा को और अधिक उपयोगकर्ता अनुकूल बनाने तथा जनता को शीघ्र उपलब्ध कराने के सुझाव भी दिए। कलेक्टर डॉ. इटनकर ने कहा कि इन निर्देशों पर तत्काल अमल कर यह सेवा शीघ्र ही जनता के लिए उपलब्ध कराईश जाएगी।