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नई दिल्ली :
इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and Information Technology) के सचिव अलकेश कुमार शर्मा ने मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY) समर्थित विकास परियोजनाओं (Development Projects) के अंतर्गत वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली (Air Quality Monitoring System) (AI-AQMS V1.0) के लिए प्रौद्योगिकी का शुभारंभ किया।
Center for Development of Advanced Computing (C-DAC), कोलकाता ने टैक्समिन, (ISM), धनबाद के सहयोग से 'कृषि और पर्यावरण में इलेक्ट्रॉनिक्स और (ICT) अनुप्रयोगों पर राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत निगरानी के लिए एक बाहरी वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन विकसित किया है। इस पर्यावरण प्रदूषक में पर्यावरण के निरंतर वायु गुणवत्ता विश्लेषण के लिए पीएम 1.0 , PM 2.5, PM 10.0, SO2, NO2, CO, O2, परिवेश का तापमान (Ambient Temperature), सापेक्ष आर्द्रता (Relative Humidity) आदि जैसे पैरामीटर शामिल हैं।
वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली को भी चयनित उद्योग जे.एम. इन्वायरोलैब प्राइवेट लिमिटेड को स्थानांतरित किया गया है ताकि विभिन्न खनन और सीमेंट उद्योगों में तैनाती के लिए इस तकनीक का और व्यावसायीकरण किया जा सके। प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण (MEITY), नई दिल्ली में किया गया। इस अवसर पर (C-DAC), कोलकाता के वरिष्ठ निदेशक और केंद्र प्रमुख और जे.एम.एनवायरोलैब प्राइवेट लिमिटेड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपा तनेजा की उपस्थिति में एक (TOT) समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस मौके पर इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अलकेश कुमार शर्मा और अपर सचिव भुवनेश कुमार, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की समूह समन्वयक सुनीता वर्मा, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के IT निदेशक नवीन कुमार विद्यार्थी, (ICAR-CIFRI) के निदेशक डॉ. बसंत कुमार दास, (C-DAC), कोलकाता के वरिष्ठ निदेशक और केंद्र प्रमुख देबाशीष मजूमदार, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वैज्ञानिक 'डी', ओम कृष्ण सिंह अन्य उद्योग भागीदार, परियोजना टीम के सदस्य और विभिन्न उपयोगकर्ताओं और मंत्रालय का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्य सम्मानित गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।