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मोहाली: मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की हॉस्टल की छात्रा द्वारा अन्य 60 से अधिक छात्राओं के नहाते समय के वीडियो के लिक होने की घटना अब जोर पकड़ती नजर आ रही है। प्रशासन द्वारा हो रही देरी और यूनिवर्सिटी द्वारा सच को छिपाने की कोशिश पर छात्रों का गुस्सा फुट रहा है और सभी #JusticeforCUgirls के नारे लगाते हुए यूनिवर्सिटी गेट और सड़कों पर नजर आ रहे है।
यूनिवर्सिटी ने एक नोटिस जारी कर 19 और 20 सितंबर को कॉलेज बंद की घोषणा की है।
NSUI पंजाब अध्यक्ष इशप्रीत का सरकार से सवाल
NSUI पंजाब अध्यक्ष इशप्रीत ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है और ट्वीट करते हुए कहा कि उन्होंने जब अन्य कार्यकर्ताओं के साथ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में प्रवेश करने और पीड़ित छात्राओं से मिलने की कोशिश की तो पंजाब पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उन्हें उनसे मिलने नहीं दिया। इशप्रीत ने सवाल उठाया कि पंजाब सरकार मामले को छिपाने की कोशिश क्यों कर रही है?
सूत्रों के अनुसार, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में हुई घटना में हॉस्टल की ही छात्रा ने अन्य छात्राओं का नहाते समय का वीडियो रिकॉर्ड किया और उसे शिमला में रहने वाले आने एक दोस्त को भेज दिया। जिसने इन वीडियो इंटरनेट पर अपलोड कर दिया। वीडियो के वायरल होने और बदनामी के डर से 60 में 8 छात्राओं ने आत्महत्या करने की कोशिश की जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने कहा...
इस मामले में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का कहना है कि 60 छात्राओं के वीडियो बनाने की खबर और 8 छात्राओं के आत्महत्या करने की खबर दोनों भी अफवाह है। बल्कि जिस छात्रा को आरोपी ठहराया गया है उसने अपने ही निजी वीडियो शिमला के अपने दोस्त को भेजे है जो कि उस छात्रा का प्रेमी है।
इस तरह सामने आया पूरा मामला
हॉस्टल की आरोपी छात्रा पर संदेह के बाद उसे पकड़ा गया। पकड़े जाने के बाद उसने अन्य छात्राओं की अश्लील फोटो और वीडियो डिलीट कर दिए। जब हॉस्टल प्रबंधन ने आरोपी छात्रा के मोबाइल से उसके साथी लड़के को मैसेज कर सवाल पूछा तो उसने अश्लील वीडियो का स्क्रीनशॉट भेज दिया। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में आरोपी छात्रा और उसके शिमला के साथी पर IPC की धारा 354-C और IT एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।
यूनिवर्सिटी के प्रो-चांसलर की अभिभवकों से अपील
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो-चांसलर ने इस मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा, 'किसी छात्र ने आत्महत्या नहीं की। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि आरोपी छात्रा ने अपने प्रेमी को अपनी तस्वीरें/वीडियो भेजे थे। अन्य कोई सामग्री नहीं मिली। एफआईआर दर्ज की। पुलिस इसकी जांच कर रही है। मैं छात्रों और अभिभावकों से किसी भी अफवाह पर विश्वास न करने की अपील करता हूं।
आरोपी लड़की के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच
एडीजीपी कम्युनिटी अफेयर्स डिवीजन गुरप्रीत देव ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी पर कथित 'लीक आपत्तिजनक वीडियो' विवाद पर कहा, 'शिमला का एक शख्स आरोपी लड़की को जानता है। उसके पकड़े जाने के बाद ही अधिक जानकारी मिल सकेगी। उसके मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच होगी।'
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भी ट्वीट कर अफवाह फैलाने वालों के उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए और सभी से अफवाहों से बचने की अपील।