नई दिल्ली:
एंटरटेनमेंट जगत में धर्म से जुड़ी फिल्में बनी हैं। लेकिन इस बार कुछ ऐसा हुआ जिससे लोगों की आस्था पर आंच आई है। 2 जुलाई को फिल्म 'काली' का पहला पोस्टर रिलीज़ हुआ, जिसके बाद से लोगों में आक्रोश है। यहां तक की इस फिल्म को रिलीज़ से पहले ही बैन करने की मांग उठ रही है। फिल्म की निर्देशक लीना मणिमेकलई एक इवेंट के दौरान फिल्म का पोस्टर रिलीज़ किये जाने की बात खुद अपने सोशल मीडिया के जरिये शेयर की थी। जिसके बाद से फिल्म 'काली' के विवादास्पद पोस्टर के खिलाफ लोगों का गुस्सा उमड़ पड़ा। डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' के पोस्टर में काली माता को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है।
कई राजनीतिक दलों और नेताओं ने डॉक्यूमेंट्री 'काली' के पोस्टर को खारिज कर दिया है। इसी बीच शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'हर धर्म का सम्मान किया जाना चाहिए और जिस तरह से देवी काली को पोस्टर में चित्रित किया गया है वह स्वीकार्य नहीं है।' यह कहते हुए कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कभी भी ठेस पहुंचाने का साधन नहीं बनना चाहिए, चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हिंदू देवी-देवताओं के लिए आरक्षित नहीं हो सकती है, जबकि बाकी लोगों को धार्मिक संवेदनाओं के बारे में बताना चाहिए। मैं मां पर फिल्म के पोस्टर से आहत हूं।" उधर, मध्य प्रदेश और भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि राज्य सरकार मणिमेकलई की फिल्म पर प्रतिबंध लगा सकती है।
शिवराज सरकार ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ दर्ज की FIR
मध्य प्रदेश के भोपाल के जहांगीराबाद में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में महुआ मोइत्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'महुआ मोइत्रा के बयान से हिंदू धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है. हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।' बता दें, मोइत्रा के खिलाफ अब तक छह राज्यों में प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। 'काली' के विवादित पोस्टर मामला तूल पकड़ता जा रहा है। दरअसल, फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई द्वारा अपनी फिल्म 'काली' का पोस्टर सोशल मीडिया पर साझा किए जाने के बाद खड़े हुए विवाद के बीच तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने पोस्टर का समर्थन करते हुए मंगलवार को कहा कि काली उनके लिए मांस खाने वाली, शराब स्वीकार करने वाली देवी थीं। जिसके बाद भाजपा ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की इस टिप्पणी के लिए उसकी गिरफ्तारी की मांग की है। हालांकि, महुआ भी पीछे हटने को तैयार नहीं है।