पुणे: महाराष्ट्र में इस साल दो साल बाद आषाढ़ी एकादशी के लिए पालकियां, पैदल यात्रा शुरू हो गई है। कुछ पालकियां चली गई हैं जबकि कुछ अगले कुछ दिनों में चली जाएंगी। संत तुकोबा राया और ज्ञानोबा राया की पालकी भी 20 जून, 21 को रवाना हो गई। इस यात्रा में भाग लेने वालों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर भी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। इस बीच, 21वीं सदी में यात्रा भी वर्चुअल हो गई है।
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तकनीक की मदद से कुछ ऐप्स श्रद्धालुओं की मदद करेंगे। आइए जानें कि कौन से ऐप्स इस साल आपकी यात्रा को सफल बनाने में मदद कर सकते हैं?
YouTooCanRun App
पंढरी वारी पर चलना सबके लिए संभव नहीं है। लेकिन इस मोड़ को पूरा करने के लिए आज Play Store पर YouTooCanRun ऐप लॉन्च कर दिया गया है। इससे आप वर्चुअल यात्रा और दर्शन कर सकेंगे। आप सीधे युद्ध में भाग लिए बिना उतने ही दिनों में पैदल दूरी पूरी कर सकते हैं। इसमें 258 किमी वारी रोड को पूरा करने के लिए आपको 3,40,000 सीढ़ियां चलनी होंगी। 17 दिन की यह ऑनलाइन यात्रा 20 जून शुरू हो गई है जो 10 जुलाई तक चलेगी।
Pandharichi Wari App
श्रद्धालुओं की मदद के लिए
'Pandharichi Wari App' एप भी रहेगा। इस ऐप में कई अहम जानकारियां है। आप सोलापुर जिले में प्रवेश करने के बाद इस ऐप का उपयोग कर सकते है। सभी पालकी पंढरपुर पहुंचने के बाद भी यह ऐप मार्गदर्शक रहेगा। यह ऐप पंढरपुर विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों का रास्ता दिखाने में मदद करेगा। इस ऐप से विसवा में पालकियों के ठहरने के स्थान और सुविधाओं का पता लगाना संभव होगा। ऐप पर पेयजल टैंक, शौचालय, आसपास के सरकारी कार्यालय, पुलिस स्टेशन, अस्पताल, मंदिर, पार्किंग स्थल, स्कूल की जानकारी उपलब्ध है।
महिला आयोग के निर्देशानुसार प्रत्येक वार्ड में 10-20 किमी की दूरी पर महिलाओं के लिए शौचालय एवं स्नान की सुविधा उपलब्ध कराई गई। विभिन्न स्थानों पर सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग और सेनेटरी नैपकिन बर्निंग मशीन लगाई गई। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने पुणे, सोलापुर और सतारा जिलों के जिला कलेक्टरों को पर्चे सौंपे हैं।