कोश्यारी पर कार्यवाही न होने से पुणे में 'बंद' का आह्वान

    13-Dec-2022
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13 December Pune Bandh Latest Updates
(Image Credit: Twitter)
पुणे:
 
महाराष्ट्र के भगत सिंह कोश्यारी द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज पर की गई टिप्पणी को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। उन पर कार्यवाही न होने से नाराज राजनीतिक दल प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच मंगलवार को प्रमुख मराठा संगठन संभाजी ब्रिगेड सहित कई अन्य संगठनों और विपक्षी दलों ने "सर्वधर्मीय शिवप्रेमी पुणेकर" के बैनर तले 'पुणे बंद' का आह्वान किया। जिसके चलते पुणे में सुबह से ही अधिकांश दुकानों, व्यवसायों से लेकर स्कूल, सार्वजनिक यातायात सेवाएं आदि बंद हैं। हालांकि, पुणे महानगर परिवहन महामंडल के अधिकारियों के अनुसार, उसकी अधिकांश बसें सड़कों पर चल रही थीं। एक अधिकारी ने बयान में कहा कि केवल 10 प्रतिशत बसें सड़कों से हटाई गईं।
 
 
जबकि दोपहर 3 बजे तक दुकानें बंद रखकर स्थानीय व्यापारियों के संगठन ने बंद के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया। मौन मार्च अलका थिएटर चौक, लक्ष्मी रोड और बेलबाग चौक से होते हुए लाल महल पर समाप्त हुआ। ये वही जगहें है जहां छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपना बचपन बिताया था। इसके साथ ही लाल महल के पास जनसभा का भी आयोजन किया गया।
 
 
मंगलवार को पुणे-व्यापी बंद के आह्वान के तहत मौन मार्च निकाले जा रहे हैं। गौरतलब है कि कोश्यारी ने पिछले महीने अपने बयान से एक विवाद खड़ा कर दिया था, जब उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज को 'पुराने दिनों' का प्रतीक और डॉ बीआर अंबेडकर और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को 'आधुनिक समय का प्रतीक' कहा था।
 
 
बाद में, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में की गई विवादित टिप्पणी पर कार्यवाही की मांग का कोई जवाब न मिलने की वजह से संभाजी ब्रिगेड, राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने एसएसपीएमएस के मैदान में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा के सामने हुई बैठक के बाद इस बंद का आह्वान किया था।
 
 
दूसरी तरफ पुणे में ऑटो रिक्शा चालकों ने सोमवार सुबह शहर में बाइक टैक्सी सेवाओं को बंद करने की अधूरी मांग को लेकर अपनी हड़ताल फिर से शुरू कर दी। 28 नवंबर को, ड्राइवरों ने हड़ताल की, जिसे 10 दिसंबर तक उनके मुद्दों को हल करने के वादे के बाद वापस ले लिया गया था। अब उनकी मांगें पूरी न होने ऑटो रिक्शा चालक फिर हड़ताल पर बैठ गए हैं।