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नई दिल्ली : भारत के नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार अपने विदेश दौरे पर जापान के योकोसुका पहुंचे, जहां उन्होंने जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स (JMSDF) द्वारा 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू (IFR) में हिस्सा लिया। जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा भी कार्यक्रम की समीक्षा के लिए (JMSDF) नौसेनाओं के प्रतिनिधिमंडलों और उनके प्रतिष्ठित प्रमुखों के साथ इस अवसर पर उपस्थित रहे। भारतीय नौसेना के युद्धपोत शिवालिक और कमोर्ता ने अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व किया। अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में भारतीय नौसेना के दो स्वदेश निर्मित जहाजों की भागीदारी ने अंतर्राष्ट्रीय मंच तथा इसमें भाग लेने वाली नौसेनाओं के लिए भारतीय शिपयार्ड के पोत निर्माण कौशल को उचित तरीके से प्रदर्शित किया।
जापान ने अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू के बाद पश्चिमी प्रशांत नौसेना संगोष्ठी (WPNS) के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में 07 और 08 नवंबर 2022 को योकोहामा में 18वीं पश्चिमी प्रशांत नौसेना संगोष्ठी (WPNS) की मेजबानी की। भारतीय नौसेना 1998 से (WPNS) में पर्यवेक्षक के रूप में भाग ले रही है। एडमिरल आर हरि कुमार ने (WPNS) में अपने संबोधन में नियम आधारित व्यवस्था की प्रधानता पर बल दिया और हिंद प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा के लिए 'सामूहिक जिम्मेदारी' के विचार को बढ़ावा देने के लिए भारतीय नौसेना तथा हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (IONS) के प्रति वचनबद्धता व्यक्त की।
जापान इस साल के मालाबार अभ्यास के संस्करण की मेजबानी भी कर रहा है। वर्ष 1992 में शुरू किये गए मालाबार अभ्यास की यह 30वीं वर्षगांठ है।
इस विशेष अवसर को और खास बनाने के लिए मालाबार अभ्यास में भाग लेने वाले नौसेना प्रमुखों ने इस अभ्यास के माध्यम से अब तक हासिल की गई प्रगति की समीक्षा करने के लिए संयुक्त परामर्श कार्यक्रम आयोजित किया। भाग लेने वाली नौसेनाओं के बीच अंतःक्रियाशीलता को और बढ़ाने के उद्देश्य से भविष्य में पुनरावृत्तियों के दौरान जिन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है, उन पर भी चर्चा की गई।
नौसेना प्रमुख ने भाग लेने वाले भारतीय नौसेना के युद्धपोत शिवालिक तथा कमोर्ता के दल के साथ बातचीत की और इस बहुपक्षीय अभ्यास के स्तर एवं जटिलता पर संतोष व्यक्त किया। मालाबार-2022 अभ्यास में भाग लेने के लिए भारतीय नौसेना के एक पी8आई समुद्री गश्ती विमान को भी जापान में अलग से तैनात किया गया है। इस बार मालाबार अभ्यास का समुद्री चरण 15 नवंबर 2022 तक जारी रहेगा।
जापान में बहुपक्षीय कार्यक्रमों की एक श्रृंखला में नौसेनाध्यक्ष की भागीदारी ने मित्र देशों के कई प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों के साथ सार्थक द्विपक्षीय बातचीत करने का अवसर प्रदान किया, जो (IFR) और (WPNS) कार्यक्रम के लिए वहां पर उपस्थित थे। इन बैठकों के दौरान अलग-अलग देशों के साथ चल रहे रक्षा सहयोग की प्रगति तथा समुद्री क्षेत्र में रचनात्मक जुड़ाव बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की गई।
एडमिरल आर हरि कुमार ने इन उच्च तीव्रता वाले बहुपक्षीय समुद्री सुरक्षा गतिविधियों के अत्यधिक पेशेवर और सफल संचालन के लिए (JMSDF) के चीफ ऑफ स्टाफ एडमिरल सकाई रियो को विशेष तौर पर बधाई दी।
नौसेना प्रमुख की जापान यात्रा ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बहुपक्षीय समुद्री सुरक्षा निर्माणों के लिए भारत के निरंतर सहयोग को प्रदर्शित किया तथा जापान के साथ उच्च स्तर के द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और मजबूत किया।