- ऊंचाई वाले क्षेत्रों में गश्त तेज, संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर
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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह (Bhaderwah) क्षेत्र में स्वतंत्रता दिवस से पहले भारतीय सेना ने सुरक्षा प्रबंधों को और सख्त कर दिया है। 4 राष्ट्रीय राइफल्स (Rashtriya Rifles) की टुकड़ियों ने ऊंचाई वाले चारागाहों और संवेदनशील जंगलों में लगातार और आक्रामक गश्ती अभियान शुरू कर दिए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की घुसपैठ या असामाजिक तत्वों की साजिश को समय रहते विफल किया जा सके। स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों के बीच सेना किसी भी सुरक्षा चुनौती को लेकर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपना रही है।
खुफिया इनपुट और आधुनिक तकनीक से लैस सेना सतर्क
गश्त कर रही टीमें न केवल आधुनिक निगरानी उपकरणों से लैस हैं, बल्कि उन्हें खुफिया एजेंसियों से भी समय-समय पर अहम सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं, जिससे वे संभावित खतरे वाले क्षेत्रों पर अपनी पकड़ और मजबूत कर रही हैं। सेना की उपस्थिति को रणनीतिक स्थानों, दुर्गम गांवों की ओर जाने वाले रास्तों और ऊंचाई वाले संवेदनशील इलाकों में और ज्यादा प्रभावी बनाया गया है। यह कदम क्षेत्र में सक्रिय प्रभुत्व बनाए रखने और इलाके की पूरी तरह से सफाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
पीएम मोदी 12वीं बार लाल किले से देंगे भाषण
इस बार देश अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार 12वीं बार लाल किले से देश को संबोधित करेंगे। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे तीसरे प्रधानमंत्री होंगे, उनसे पहले यह गौरव जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी को प्राप्त हुआ था। जम्मू-कश्मीर में सेना की यह तैयारी सुनिश्चित करती है कि राष्ट्रीय पर्व पर शांति बनी रहे और किसी भी राष्ट्रविरोधी तत्व को मौका न मिले।