Jab we Met in Real : प्रेमी से शादी करने के लिए भागी युवती! ट्रेन में मिले युवक से रचाई शादी

    30-Aug-2025
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- प्लान की गई भागने की कोशिश, बदल गई कहानी

Marraige(Image Source-Internet) 
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
इंदौर पुलिस के लिए इस हफ्ते का एक मामला किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं रहा। 22 वर्षीय श्रद्धा, जो बीबीए की अंतिम वर्ष की छात्रा है, 23 अगस्त को अपने घर से अचानक लापता हो गई थी। परिवार को लगा कि वह अपने प्रेमी सार्थक के साथ भाग गई है। लेकिन सात दिन बाद जब वह लौटी, तो उसके पास एक ऐसा खुलासा था जिसने सभी को चौंका दिया। श्रद्धा ने बताया कि उसने ट्रेन यात्रा के दौरान एक इलेक्ट्रीशियन करनदीप से अचानक मुलाकात की और दोनों ने विवाह कर लिया। उसकी यह कहानी फिल्म ‘जब वी मेट’ की याद दिलाती है, जिसमें करीना कपूर का किरदार अपने प्रेमी से भागने निकलती है और ट्रेन यात्रा उसकी जिंदगी बदल देती है।

ट्रेन से मंदिर तक: सात दिनों की यात्रा
श्रद्धा ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह अपने प्रेमी सार्थक के साथ भागने की योजना बनाकर स्टेशन पहुंची थी। लेकिन जब प्रेमी नहीं आया, तो वह अकेले ट्रेन पर सवार हो गई। यहीं उसकी मुलाकात करनदीप से हुई, जो इंदौर के एक कॉलेज में इलेक्ट्रीशियन के पद पर काम करता है। दोनों ने बातचीत शुरू की और जल्द ही साथ जीवन बिताने का निर्णय ले लिया। इसके बाद दोनों मंदसौर और फिर महेश्वर पहुँचे। महेश्वर के एक मंदिर में उन्होंने शादी की रस्में पूरी कीं। इसके बाद दोनों सांवरिया सेठ मंदिर भी गए। अंततः श्रद्धा ने इंदौर पुलिस थाने में पहुंचकर खुद को विवाहित घोषित किया।
 
पुलिस और परिवार की शंका
हालांकि पुलिस ने श्रद्धा की बात पर तुरंत भरोसा नहीं जताया। अधिकारियों ने उससे विवाह का प्रमाणपत्र पेश करने को कहा है। वहीं सार्थक ने भी श्रद्धा से किसी प्रकार का हालिया संपर्क होने से इनकार किया है। दूसरी ओर, श्रद्धा के पिता अनिल तिवारी ने इस विवाह को स्वीकार करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा, “मेरी बेटी ने फोन किया था, लेकिन मैं इस शादी को मान्यता नहीं दूंगा। मैंने उसे लौटने के लिए पैसे भी भेजे, फिर भी वह करनदीप के साथ रहने का फैसला कर चुकी है।”
 
परिवार की बेबसी और बेटी का फैसला
श्रद्धा के पिता ने उसकी मानसिक स्थिति पर भी सवाल उठाए। उनका दावा है कि करनदीप ने स्वयं उन्हें बताया था कि स्टेशन पर श्रद्धा आत्महत्या करने वाली थी और उसने उसे रोका। इस बीच, परिवार ने बेटी की तलाश के लिए समुदाय और आस्था दोनों का सहारा लिया था। उन्होंने उसकी तस्वीर उल्टी टाँगकर एक अंधविश्वासी प्रथा का पालन किया और 51,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि श्रद्धा 23 अगस्त की रात 2 बजे घर से बिना फोन लिए निकली थी। अंततः पिता ने यह मानते हुए अपनी बेबसी स्वीकार की कि “मेरी बेटी बालिग है। अगर वह अकेले रहकर निर्णय लेती है, तो हमें उसे मानना ही होगा।”