स्वतंत्रता दिवस पर मिली अनोखी सौगात! 'कलाकार कट्टा’ का शुभारंभ

    16-Aug-2025
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Kalakar Katta
नागपुर।
शहर के कला प्रेमियों के लिए स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) का यह अवसर ऐतिहासिक बन गया। नागपुर महानगरपालिका (मनपा) ने पहली बार खुले आसमान के नीचे आर्ट गैलेरी 'कलाकार कट्टा’ का शुभारंभ किया। यह गैलेरी शासकीय कला एवं डिजाइन महाविद्यालय (चित्रकला महाविद्यालय) परिसर में स्थापित की गई है। यह पहल केंद्र व राज्य सरकार के हर घर तिरंगा 2025 अभियान और आजादी का अमृत महोत्सव समारोहों के अंतर्गत की गई है। उद्घाटन समारोह शुक्रवार सुबह 10:30 बजे हुआ।

भव्य उद्घाटन और गणमान्य अतिथि
इस अनूठी पहल का शुभारंभ मनपा के आयुक्त एवं प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी ने किया। उनके साथ इस अवसर पर महाराष्ट्र शासन के कला निदेशक डॉ. किशोर इंगले और महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विश्वनाथ साबले उपस्थित थे। महाविद्यालय के विद्यार्थी, प्राध्यापक, नगरवासी तथा कला-रसिकों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर इस आयोजन को यादगार बना दिया। यह पहली बार है जब नागपुर में कलाकारों के लिए नगर पालिका स्तर पर स्थायी कला मंच उपलब्ध कराया गया है।
 

Kalakar Katta 
भारत की गौरव गाथा को दर्शाता विशाल भित्तिचित्र
इस खुले मंच का मुख्य आकर्षण है विद्यार्थियों द्वारा बनाया गया 30×4 फीट का विराट भित्तिचित्र, जिसका शीर्षक ‘भारताची यशोगाथा’ (भारत की गौरवगाथा) है। इस कृति में स्वतंत्रता सेनानियों से लेकर आजादी के बाद विभिन्न क्षेत्रों कृषि, विज्ञान, साहित्य, कला, खेल, अर्थव्यवस्था और संस्कृति में योगदान देने वाले महानायकों को चित्रित किया गया है। विशेष बात यह है कि इस भित्तिचित्र में नागपुर की भूमिका और उसकी ऐतिहासिक पहचान को भी विशेष स्थान दिया गया है। यह सामूहिक परियोजना विद्यार्थियों और विशेष समितियों ने मिलकर कई दिनों की मेहनत से पूरी की।
 
नागपुर के लिए स्थायी कला धरोहर
‘कलाकार कट्टा’ केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि नागपुर की सांस्कृतिक धरोहर का स्थायी हिस्सा बनेगा। इसका संचालन और संरक्षण शासकीय कला एवं डिजाइन महाविद्यालय द्वारा वर्षभर किया जाएगा, ताकि आम नागरिक समय-समय पर इन कलाकृतियों का आनंद ले सकें और उनसे जुड़ाव महसूस करें। इस अनोखे विचार को आकार देने में महाविद्यालय के पूर्व छात्र अभिजीत मोंडेकर का विशेष योगदान रहा है। स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर नागपुरी वासियों को मिली यह सौगात केवल कला का उत्सव नहीं, बल्कि इतिहास, विरासत और रचनात्मकता का संगम है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देगा।