दक्षिण नागपुर को मिलेगा 250 करोड़ का एलिवेटेड कॉरिडोर! म्हालगी नगर से मानेवाड़ा तक होगी सीधी कनेक्टिविटी

    08-Jul-2025
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Elevated corridor
 (Image Source-Internet)
नागपुर।
दक्षिण नागपुर (South Nagpur) के लिए एक बड़ी सौगात के तौर पर सार्वजनिक निर्माण विभाग की वर्ल्ड बैंक डिवीजन ने 250 करोड़ की लागत से म्हालगी नगर और मानेवाड़ा को जोड़ने वाला इंटीग्रेटेड फ्लाईओवर सिस्टम मंजूर किया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के प्रस्ताव से प्रेरित यह 3 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर इलाके की ट्रैफिक व्यवस्था को पूरी तरह बदल देगा। इस कॉरिडोर के जरिए दोनों अहम जंक्शनों के बीच निर्बाध यात्रा संभव हो सकेगी, जिससे हजारों रोजाना यात्रियों को राहत मिलेगी।
 
तीन हिस्सों में होगा निर्माण
फ्लाईओवर तीन हिस्सों में बनेगा म्हालगी नगर फ्लाईओवर (700 मीटर), जिसे खटकड़ कंस्ट्रक्शन बनाएगी, मानेवाड़ा फ्लाईओवर (600 मीटर), जिसे सी एस कंस्ट्रक्शन तैयार करेगी; और दोनों को जोड़ने वाला 1.4 किलोमीटर लंबा मिड-एयर कनेक्टर। इस पूरी संरचना का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि बीच-बीच में नीचे उतरे बिना वाहन चालक सीधे मानेवाड़ा से म्हालगी नगर तक आ-जा सकेंगे। यह सिस्टम नागपुर के व्यस्ततम कॉरिडोर में से एक पर ट्रैफिक को सुचारू बनाएगा और जाम की समस्या को काफी हद तक खत्म करेगा।
 
सुरक्षा और गुणवत्ता पर रहेगा विशेष ध्यान
250 करोड़ की लागत में सिर्फ पुल ही नहीं, बल्कि लैंडस्केपिंग, क्रैश बैरियर, ड्यूल-लेन मेडियंस, एलईडी लाइटिंग, साइन बोर्ड और ड्रेनेज सिस्टम भी शामिल हैं। यात्री सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ड्यूल साइड क्रैश बैरियर, पैदल यात्रियों के लिए गार्ड रेल और भारी कमर्शियल वाहनों के लिए पर्याप्त ऊंचाई का क्लीयरेंस सुनिश्चित किया जाएगा। यह फ्लाईओवर हाई-स्ट्रेंथ प्री-स्ट्रेस्ड कंक्रीट से बनेगा, जो 70 टन तक का भार सहन कर सकेगा। इससे बसों और लॉजिस्टिक ट्रांसपोर्ट को भी बिना रुकावट आवाजाही मिलेगी।
 
दो साल में तैयार होकर घटाएगा समय और प्रदूषण
ईपीसी मॉडल पर बनने वाला यह प्रोजेक्ट अगले दो वर्षों में चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। इसके चालू होते ही म्हालगी नगर चौक, मानेवाड़ा जंक्शन, बेसा रोड और मनीष नगर जैसे प्रमुख इलाकों में ट्रैफिक का दबाव कम होगा। इसके अलावा सफर का समय घटेगा और वाहनों से निकलने वाला प्रदूषण भी कम होगा। अधिकारियों का मानना है कि यह एलिवेटेड कॉरिडोर दक्षिण नागपुर की कनेक्टिविटी में ऐतिहासिक बदलाव लाएगा और आने वाले वर्षों में शहर के विकास को नई रफ्तार देगा।